कोरोना की दूसरी लहर तक़रीबन समाप्ति की कगार पर फिर दुष्कर्म के अपराधियों को पैरोल पर क्यों छोड़ रही शिवराज सरकार – पूर्व सीएम कमलनाथ
कोरोना की दूसरी लहर अब कुछ हल्की पड़ चुकी है. सरकारों ने अनलॉक के भी आदेश दे दिए हैं. व्यवस्था धीरे-धीरे पटरी पर आ रही है. इसी बीच सरकार ने जेल से कुछ कैदियों को पैरोल पर छोड़ने का आदेश जारी किया है.
इस आदेश के तहत कोरोना काल के दौरान जेलों में आजीवन कारावास के कैदियों को पैरोल दिया जाएगा. इन कैदियों को कोरोना से बचाने के लिए कुछ समय के लिए छोड़ा जाएगा. स्थिति ठीक होने पर उन्हें वापस जेल में बुला लिया जाएगा. इनमे से कई कैदी दुष्कर्म के आरोप में सजा पाए हुए कैदी हैं.
यह जानकारी सामने आयी है कि प्रदेश में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 400 के क़रीब दुष्कर्मियों को शिवराज सरकार कोरोना के नाम पर पैरोल पर छोड़ने की तैयारी कर रही है , इसमें से 100 के क़रीब तो मासूम बच्चियों से दुष्कर्म के दोषी है ?
यह फ़ैसला बेहद निंदनीय है।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) June 18, 2021
अब इस आदेश को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने ट्वीट करते हुए शिवराज सिंह सरकार के इस फैसले को गलत बताया है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि, “यह जानकारी सामने आयी है कि प्रदेश में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 400 के क़रीब दुष्कर्मियों को शिवराज सरकार कोरोना के नाम पर पैरोल पर छोड़ने की तैयारी कर रही है , इसमें से 100 के क़रीब तो मासूम बच्चियों से दुष्कर्म के दोषी है ? यह फ़ैसला बेहद निंदनीय है.”
जब प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर तक़रीबन समाप्ति की कगार पर है तो ऐसे में इस निर्णय पर कई सवाल भी खड़े हो रहे है ?
प्रदेश पहले से ही दुष्कर्म के मामलों में देश के शीर्ष राज्यों में शामिल है और इस निर्णय से पीड़ित परिवारों में भी असंतोष है।
सरकार तत्काल इस निर्णय पर रोक लगावे।— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) June 18, 2021
अपने दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा कि. “जब प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर तक़रीबन समाप्ति की कगार पर है तो ऐसे में इस निर्णय पर कई सवाल भी खड़े हो रहे है ? प्रदेश पहले से ही दुष्कर्म के मामलों में देश के शीर्ष राज्यों में शामिल है और इस निर्णय से पीड़ित परिवारों में भी असंतोष है। सरकार तत्काल इस निर्णय पर रोक लगावे.”