हाई जंप में देश को पहला मेडल दिलाने वाले तेजस्विन शंकर ने कॉमनवेल्थ गेम्स में रचा इतिहास !
Tejaswin Shankar High Jump CWG 2022 : कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के ट्रैक एंड फील्ड इवेंट में भारत ने पहले मेडल जीत लिया है। देश को यह मेडल दिलाया हाई जंपर तेजस्विन शंकर ने। इससे खेलों में भारत के मेडल की संख्या 18 पहुंच गई है। दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश पर उन्हें बर्मिंघम जाने का मौका मिला था।
बर्मिंघम: कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (CWG 2022) के ट्रैक एंड फील्ड इवेंट में भारत का खाता खुल गया है। हाई जंपर तेजस्विन शंकर (Tejaswin Shankar) ने देश के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीता। 23 साल के शंकर ने देश के लिए 18वां मेडल जीता। यह कॉमनवेल्थ गेम्स के इतिहास में भारत के लिए हाई जंप का पहला ही मेडल है। कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में अभी तक भारत ने 5 गोल्ड, 6 सिल्वर और 7 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं।
तेजस्विन शंकर ने 2.22 मीटर की सबसे ऊंची कूद के साथ देश के लिए मेडल जीता। उन्होंने 2.10 मीटर बाधा को आसानी से पार करके शुरुआत की, लेकिन चार अन्य एथलीट 2.15 मीटर का आंकड़ा पार करने में सफल रहे। शंकर ने अपने पहले ही प्रयास में 2.15 मीटर ऊंची छलांग लगा दी। इसके बाद उन्होंने 2.19 मीटर का छलांग लगाई। इसके बाद उन्होंने 2.22 मीटर का प्रयास किया और छलांग लगाते हुए मेडल की दावेदार पेश कर दी।
लगातार 4 जंप करने के बाद वह 2.25 मीटर की ऊंचाई को पार नहीं कर पाए। एक समय गोल्ड मेडल के दावेदार दिख रहे लेकिन इसके बाद उनके साथ से मेडल जाता दिख रहा था, लेकिन बहामास के डोनाल्ड थॉमस भी 2.25 मीटर के प्रयास में सफल नहीं रहे और तेजस्विन ने भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया। उन्होंने 2.28 मीटर के आखिरी जंप को नहीं लेने का फैसला किया। 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में वह छठे स्थान पर थे।
बहामास के डोनाल्ड थॉमस और इंग्लैंड के जो क्लार्क खान ने भी शंकर के बराबर 2.22 मीटर की सबसे लंबी छलांग लगाई, लेकिन दोनों ने एक से ज्यादा प्रयास लिए। वहीं तेजस्विन ने पहले ही प्रयास में इसे पार कर दिया था। इसी वजह से उन्हें मेडल मिला।
दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश पर मिली जगह
तेजस्विन शंकर कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के भारतीय दल में शामिल नहीं थे, जिसके खिलाफ वह दिल्ली हाई कोर्ट पहुंच गए थे। कोर्ट के निर्देश के बाद उन्हें खेलों में शामिल होने की अनुमति मिली थी। वह गेम्स की ओपनिंग सेरेमनी में भी हिस्सा नहीं ले पाए थे। न्यूजीलैंड के हामिश केर ने गोल्ड और ऑस्ट्रेलिया के ब्रैंडन स्टार्क ने सिल्वर मेडल जीता। ब्रैंडन तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क के भाई हैं।