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पर्यावरण संरक्षण की मूलभूत इकाई है हमारे आदिवासी लोग

9 अगस्त को ‘विश्व आदिवासी दिवस’ के रूप में पहचाना जाता है. आदिवासी शब्द दो शब्दों ‘आदि’ और ‘वासी’ से मिल कर बना है और इसका अर्थ मूल निवासी होता है. इस दिन संयुक्त राष्ट्र संघ (UNO) ने आदिवासियों के भले के लिए एक कार्यदल गठित किया था जिसकी बैठक 9 अगस्त 1982 को हुई थी. उसी के बाद से (UNO) ने अपने सदस्य देशों को प्रतिवर्ष 9 अगस्त को ‘विश्व आदिवासी दिवस’ मनाने की घोषणा  की.

आदिवासियों के अधिकारों को चिन्हित करना और आदिवासी दिवस मनाने के पीछे एक लम्बा इतिहास है. आदिवासियों के साथ हो रहे प्रताड़ना एवं भेदभाव के मुद्दे को अन्तर्राष्ट्रीय श्रम संगठन ने, जो लीग आफ नेशन के बाद यूनाईटेड नेशन्स का एक प्रमुख अंग बना, 1920 में उठाना शुरू किया. इस संगठन ने 1957 में ‘इंडिजिनस एंड ट्राईबल पापुलेशन कान्वेंशन सं. 107 नामक दस्तावेज को अंगीकृत किया, जो आदिवासियों का पहला अन्तर्राष्ट्रीय दस्तावेज है, जिसे दुनियाभर के आदिवासियों के उपर किये जाने वाले प्रताड़ना एवं भेदभाव से सुरक्षा प्रदान करने के लिए समर्पित किया गया था.

भारत की जनसंख्या का 8.6% यानी कि लगभग (10 करोड़) जितना बड़ा एक हिस्सा आदिवासियों का है.

भारत की प्रमुख आदिवासी प्रजाति

भारत के प्रमुख आदिवासी समुदायों में जाट, गोंड, मुंडा, खड़िया, हो, बोडो, भील, खासी, सहरिया, संथाल, मीणा, उरांव, परधान, बिरहोर, पारधी, आंध,टोकरे कोली, महादेव कोली,मल्हार कोली, टाकणकार आदि शामिल हैं. आदिवासी समाज के लोग अपने धार्मिक स्‍थलों, खेतों, घरों आदि जगहों पर एक विशिष्‍ट प्रकार का झण्‍डा लगाते है, जो अन्‍य धमों के झण्‍डों से अलग होता है.
आदिवासी झण्‍डें में सूरज, चांद, तारे इत्‍यादी सभी प्रतीक विद्यमान होते हैं और ये झण्‍डे सभी रंग के हो सकते है. वो किसी रंग विशेष से बंधे हुये नहीं होते.

किस राज्य में कितने आदिवासी

•   झारखंड 26.2 %
•   पश्चिम बंगाल 5.49 %
•   बिहार 0.99 %
•   सिक्किम 33.08%
•   मेघालय 86.01%
•   त्रिपुरा 31.08 %
•   मिजोरम 94.04 %
•   मनीपुर 35.01 %
•   नगालैंड 86.05 %
•   असम 12.04 %
•   अरूणाचल 68.08 %
•   उत्तर प्रदेश 0.07 %
•   हरियाणा 0.00 %

विश्व आदिवासी दिवस का उद्देश्य है विश्व के पर्यावरण संरक्षण में आदिवासियों के योगदान को चिन्हित करना.