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अशोकनगर नगरपालिका का एकाउंटेंट ने 31 साल नौकरी में 50 लाख तनख्वाह मिली, छपे में मिला करोड़ों की संपत्ति का मालिक

ग्वालियर में EOW की टीम ने अशोक नगर, नगर पालिका के अकाउंटेंट महेश दीक्षित के घर छापा मारा. दीक्षित करोड़ों का मालिक निकला. अपनी छोटी सी सर्विस के दौरान पर आय से अधिक करोड़ों की काली कमाई कर चुका है. ग्वालियर में जिस घर में वो रह रहा है उसकी कीमत भी 2 करोड़ रुपये है.

आय से अधिक संपत्ति के मामले में EOW ने दीक्षित के सुरेश नगर स्थित मकान पर छापा मारा. दीक्षित के पास तीन मंजिला आलीशान मकान के साथ ही  सेंथरी गांव में 37 बीघा जमीन के दस्तावेज, घर में लाखों रुपए कीमत के जेवरात, नगदी और बैंक एकाउंट सहित संपत्ति के दस्तावेज मिले हैं. EOW की टीम जब पहुंची तो अकाउंटेंट महेश दीक्षित घर पर नहीं मिला.

950 रुपये से नौकरी शुरू कर बना कुबेर


ग्वालियर के सुरेश नगर में महेश दीक्षित ने घर EOW ने रेड मारी. दीक्षित हाल में अशोकनगर की नगर पालिका में अकाउंटेंट के पद पर तैनात है. EOW के DSP सतीश चतुर्वेदी ने बताया कि महेश दीक्षित के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिली थी. इसकी जांच के बाद छापा मारा गया. दीक्षित ने 1990 में मात्र 950 रुपए मासिक वेतन से नौकरी शुरू की थी. अब करीब 31 साल की नौकरी करने के बाद वो करोड़ों का आसामी हो गया है. दीक्षित ने दतिया जिले की भांडेर, ग्वालियर जिले की आतंरी, बिलौआ नगर परिषद और  भिंड में नगरीय निकाय में CMO के चार्ज में पद पर रहते हुए अकूत संपत्ति बनाई है. इसमें से अब तक की नौकरी में उसने वेतन से 50 लाख रुपए कमाए थे.

छापे में मिली करोड़ों की प्रॉपर्टी


– थाटीपुर के सुरेश नगर 2 करोड़ रुपए कीमत का 3 मंजिला मकान
– ग्वालियर-भिंड सीमा पर सेंथरी गांव में 37 बीघा से ज्यादा खेती की जमीन
– सेंथरी गांव में ढाई बीघा से ज्यादा जमीन
– सेंथरी गांव छह बीघा से ज्यादा खेती की जमीन
– सेंथरी गांव में पांच बीघा जमीन पत्नी के नाम पर
– सेंथरी गांव में छह बीघा खेतीकी जमीन,
– सेंथरी गांव में साढ़े पांच बीघा खेती की जमीन परिवार के नाम पर दर्ज है
– सेंथरी गांव में ढाई बीघा खेती के लिए जमीन,
– सेंथरी गांव में सवा बीघा खेती की जमीन पुश्तैनी बताई गई,
– सेंथरी गांव में सवा बीघा जमीन कृषि उपयोग की मिली है

ज्यादातर  CMO के चार्ज में रहा


महेश कुमार दीक्षित की भर्ती बाबू के रूप में हुई थी. उसके बाद लेखा अधिकारी बना. अभी वह नगर पालिका अशोकनगर में अकाउंटेंट ही है. अपनी 31 साल की नौकरी में वह ज्यादातर समय प्रभारी CMO (मुख्य नगर पालिका अधिकारी) के पद पर पदस्थ रहा है. वह दतिया के भांडेर, ग्वालियर के बिलौआ, आंतरी व भिंड में प्रभारी CMO के चार्ज में रहा.

पत्नी के नाम से खरीदी ज्यादातर प्रॉपर्टी


नौकरी के दौरान महेश कुमार ने जमकर रूपया कमाया. उसने ज्यादातर प्रॉपर्टी पत्नी रामबाई दीक्षित और बच्चों के नाम पर बनायी. EOW की टीम लगातार छानबीन कर रही है. उसके घर से 61 हजार रुपए नगद, 11 प्रॉपर्टी के दस्तावेज और ज्वैलरी मिली है. कई बैंक में खातों की डिटेल भी मिली है.

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