इंदौर नगर निगम का एक और कारनामा, बुजुर्ग के भेड़ भरकर ले गए, कार्रवाई
इंदौर। इंदौर में नगर निगम की टीम अब गरीब बुज़ुर्ग की भेड़ों को ट्रक में भरकर ले गई। लेकिन इसको लेकर हंगामा होता इससे पहले ही नगर निगम कमिश्नर ने जांच बैठा दी और तीन कर्मचारियों को रिमूवल विभाग में अटैच कर दिया।
इंदौर नगर निगम का बहुचर्चित कांड एक बच्चे के ठेले पलटने का विवाद अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि नगर निगम कर्मियों का एक और वीडियो सामने आ गया। इस बार निगम कर्मचारी भेड़ों को गाड़ी में भरकर ले जाते नजर आए। बुजुर्ग भेड़ मालिक उनसे मिन्नतें करता रहा, लेकिन निगम कर्मचारी सुनने को तैयार नहीं हुए। उन्होंने बुजुर्ग के साथ बदसलूकी की और अपशब्द बोले।
यह वीडियो लसुड़िया थाना क्षेत्र के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर के आसपास का बताया जा रहा है। यहां एक बुजुर्ग अपनी भेड़ को घास चराने लेकर आया था। इसी दौरान वहां आए निगमकर्मी भेड़ों को गाड़ी में भरकर रवाना हो गए। वह बार-बार कहता रहा मालिक अब कभी लेकर नहीं आऊंगा, इस बार छोड़ दो।
कमिश्नर ने की कार्रवाई
भेड़ को गाड़ी में भरकर ले जाने का वीडियो वायरल होने के बाद नगर निगम की कमिश्नर प्रतिभा पाल ने सख्त एक्शन लेते हुए कोंदवाड़ा विभाग के कर्मचारी कमल कहार,आशीष पाठक और धीरज नरवरिया को रिमूवल विभाग में अटैच कर दिया। घटना की जांच के आदेश अपर आयुक्त देवेंद्र सिंह को दे दिए गए। कमिश्नर ने तीन दिन में मामले की जांच रिपोर्ट मांगी है। नगर निगम के कर्मचारी मास्क नहीं लगाए हुए थे। इसलिए इस मामले में उन पर अलग से कार्रवाई की जाएगी। सोशल मीडिया पर बिना मास्क के दिख रहे कर्मचारियों को लेकर भी तरह तरह के सवाल उठ रहे थे।
अंडे के ठेला विवाद से सबक
इंदौर में पिछले महीने नगर निगम की टीम ने पिपलियाहाना चौराहे पर 13 साल के बच्चे के अंडे का ठेला पलट दिया था। ये मामला जुलाई में सीएम शिवराज सिंह तक पहुंच गया था। कर्मचारियों के इस बर्ताव की हर तरफ कड़ी निंदा हुई थी। विधायक महेन्द्र हार्डिया ने सीधे सीएम को ही पत्र लिख दिया था। उसके बाद नगर निगम कमिश्नर को जांच और कार्रवाई रोकनी पड़ी थी. इसी घटना से सबक लेते हुए भेड़ वाले मामले में तत्काल कार्रवाई की गई है।