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क्या INDIA गठबंधन पेश करेगा सरकार बनाने का दावा, राहुल गांधी ने कहा ‘बुधवार की बैठक में होगा फैसला’

नई दिल्ली :  क्या इंडिया गठबंधन सरकार बनाने का दावा पेश करेगी..इसे लेकर राहुल गांधी ने कहा कि बुधवार को उनके सभी सहयोगी दलों की एक बैठक होने जा रही है और वहाँ सभी से विचार विमर्श करने के बाद इसपर साझा सहमति से निर्णय लिया जाएगा। राहुल रायबरेली और वायनाड दोनों लोकसभा सीटों पर विजयी हो रहे हैं ऐसे में वो कौन सी सीट रखेंगे..इस सवाल पर उन्होंने कहा कि इस बारे में वो सोचकर निर्णय लेंगे। वहीं बीजेपी पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि देश ने मोदीजी को साफ कह दिया है कि हम आपको नहीं चाहते हैं।

क्या होगा इंडिया गठबंधन का अगला कदम!

लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों को लेकर तस्वीर लगभग साफ़ हो गए हैं। एनडीए 290 सीटों और इंडिया गठबंधन 236 सीटों पर आगे चल रहा है। ऐसे में क्या इंडिया गठबंधन सरकार बनाने का दावा करेगा। मंगलवार को कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़के और राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस को संबोधित किया। वहीं इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हम इंडिया गठबंधन के सभी सहयोगी दलों का सम्मान करते हैं और बुधवार को होने वाली बैठक में इसपर निर्णय लिया जाएगा। क्या वो टीडीपी और जेडीयू के साथ किसी तरह का संपर्क करने वाले हैं…इस सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने काम कि ये सारे निर्णय इंडिया गठबंधन के सभी सहयोगी दलों के साथ मिलकर इस बारे में निर्णय लिया जाएगा।

वायनाड या रायबरेली..फ़ैसला कठिन

राहुल गांधी ने इस मौक़े पर देश की जनता का, अपने सहयोगी दलों का और देशभर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आभार जताया। उत्तर प्रदेश के लोगों का ख़ास धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि उनकी राजनैतिक समझ कमाल की है और उन्होंने संविधान पर मंडरा रहे ख़तरे को समझते हुए अपना जनादेश दिया है। इसी के साथ उन्होंने प्रियंका गांधी के योगदान की भी प्रशंसा की। जब उनसे पूछा गया कि वो रायबरेली और वायनाड में से कौन सी सीट रखेंगे तो उन्होंने दोनों लोकसभा सीटों के  मतदाताओं को धन्यवाद देते हुए काम कि मैं दोनों सीटों पर रह नहीं सकता, लेकिन कौन सी सीट पर रहूँगा इसे लेकर थोड़ा पूछूँगा, फिर तय करूँगा।

जनता का, सहयोगी दलों का, कार्यकर्ताओं का आभार जताया

प्रेस कॉन्फ़्रेंस को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि ‘ये चुनाव इंडिया गठबंधन ने सिर्फ़ बीजेपी या एक राजनैतिक दल के ख़िलाफ़ नहीं लड़ा था। ये चुनाव हम बीजेपी के साथ हिंदुस्तान की संस्थाओं, प्रशासनिक तंत्र, इंटेलिजेंस एजेंसी, सीबीआई..इन सबके ख़िलाफ़ लड़े थे। क्योंकि इन सबको नरेंद्र मोदी जी और अमित शाह जी ने कैप्चर किया, धमकाया, डराया। ये लड़ाई संविधान बचाने की थी।  मेरे दिमाग़ में पहले से था..जब उन्होंने हमारा बैंक अकाउंट कैंसिल किया, सीएम को जेल में डाला, पार्टियाँ तोड़ी..मुझे पता था हिंदुस्तान की जनता अपने संविधान को बचाने के लिए एक साथ खड़ी होकर लड़ जाएगी और ये सच साबित हुआ। मैं हिंदुस्तान की जनता से, इंडिया गठबंधन के सहयोगियों से, कांग्रेस के सभी नेताओं और। बब्बर शेर कार्यकर्ताओं का दिल से धन्यवाद करना चाहता हूँ। आपने संविधान बचाने का पहला और सबसे बड़ा कदम ले लिया है।

‘हिंदुस्तान के ग़रीबों ने संविधान की रक्षा की’

उन्होंने कहा कि ‘कांग्रेस पार्टी ने इस चुनाव में सबसे पहले इंडिया गठबंधन के पार्टनर्स का सम्मान किया। हम हर जगह एक होकर लड़े। हमने साफ़ तौर पर हिंदुस्तान को एक नया विज़न दे दिया है। हमारा इस बार के प्रदर्शन अच्छा रहा क्योंकि जनता समझ गई कि बीजेपी ने आरक्षण पर हमला किया है, संविधान को ख़तरे में डाला, आप अडाणी जी के स्टॉक देख लीजिए जनता समझ गई है कि मोदी जी का डायरेक्ट संबंध अडाणी जी से है। ये भ्रष्टाचार का संबंध है। अब देश ने मोदी जी को साफ कह दिया है कि हम आपको नहीं चाहते हैं। वो अमित शाह को नहीं चाहते हैं। ये एक बड़ा संदेश है उनके लिए। संविधान को बचाने का काम देश के सबसे गरीब लोगों ने किया है। मज़दूरों ने, किसानों ने, दलितों ने, आदिवासियों ने, पिछड़ों ने इस संविधान को बचाया है। हिंदुस्तान के सबसे कमजोर और गरीब लोग खड़े हुए और संविधान की रक्षा की। मैं उनका धन्यवाद करना चाहता हूँ और कहना चाहता हूँ कि कांग्रेस आपके साथ खड़ी है। हमने जो वादे उनसे किए हैं वो पूरे किए जाएँगे।

मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी को जमकर घेरा

इस मौक़े पर कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि ‘आज जो देश में चुनाव के नतीजे आए हैं, ये जनता के परिणाम हैं। ये जनता की जीत है और लोकतंत्र की जीत है। हम पहले से यही कह रहे थे कि ये लड़ाई मोदी वर्सेस जनता की है। 18वें लोकसभा चुनाव में हम विनम्रता से जनमत को स्वीकार करते हैं। इस बार जनता ने किसी एक दल को पूर्ण बहुमत नहीं दिया। ख़ासकर बीजेपी ने एक व्यक्ति एक चेहरे के नाम पर वोट मांगा था लेकिन अब स्पष्ट हो गया है कि जनादेश मोदी के खिलाफ गया है। ये उनकी राजनीतिक और नैतिक हार है। आप जानते हैं कि कांग्रेस व पूरे इंडिया गठबंन ने बहुत प्रतिकूल माहौल में चुनाव लड़ा। सरकारी मिशनरी ने कदम कदम पर अवरोध डाला। फिर भी शुरु से आखिर तर कांग्रेस पार्टी का कैंपेन सकारात्मक था। हमने महंगाई, बेरोज़गारी, किसानों और मज़दूरों की बदहाली और संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग का मुद्दा जनता के सामने रखा। प्रधानमंत्री ने जिस तरह कैंपेन किया वो इतिहास ने लंबे समय तक याद किया जाएगा। कांग्रेस मेनिफेस्टो के बारे में उन्होने जो झूठ फैलाया उसे जनता ने समझ लिया। श्री राहुल गांधी जी की दोनों यात्राओं भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान लाखों करोड़ों लोग हमसे जुड़े। हमने इसी को 5 न्याय और 25 गारंटी का नाम दिया।’

‘अभी अंजाम तक नहीं पहुँची है लड़ाई’

उन्होंने कहा कि ‘भाजपा नेतृत्व का अहंकार था और उन्होंने धीरे धीरे सारी संवैधानिक संस्थाओं पर क़ब्ज़ा करने की कोशिश की। फिर उनका उपयोग कर विरोधी दलों पर दबाव बनाया। जो दब गया उसे अपनी तरफ़ कर लिया। जो नहीं दबे उनकी पार्टी तोड़ दी या जेल में डाल दिया। लोगों को विश्वास हो गया था कि मोदी जी को एक मौक़ा और मिला तो अगला हमला संविधान पर होगा। ख़ुशी इस बात की है कि भाजपा अब इस षड्यंत्र में सफल नहीं हो पाएगी। मैं अवसर पर सीपीपी चेयरपर्सन श्रीमती सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी जी का विशेष धन्यवाद करना चाहता हूँ। इनके कारण हमें बहुत प्रोत्साहन देश में मिला। हमारे करोड़ों कार्यकर्ताओं का भी धन्यवाद देशभर में जिन्होंने हमारा साथ दिया। इंडिया गठबंधन के साथियों और शुभचिंतकों का धन्यवाद। अभी हमारी लड़ाई अंजाम तक नहीं पहुँची है। आने वाले समय में हमें संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए लड़ते रहना है।