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शुक्रवार को करेंगे ये अचूक उपाय तो बरसेगी मां लक्ष्मी की कृपा, हो जाएंगे मालामाल

Shukrawar Ke Upay: आज साल 2021 के मार्च महीने का दूसरा शुक्रवार है। सनातन हिन्दू धर्म में शुक्रवार का दिन लक्ष्मी और वैभव-विलास का दिन माना जाता है। शुक्रवार को मां लक्ष्मी की पूजा शाम के समय करना सर्वोतम माना जाता है। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है, कलह-क्लेश नहीं होता और नकारात्मक ऊर्जा भी घर से दूर हो जाती है।

यदि आप भी धन से जुड़ी परेशानियों का सामना कर रहे हैं तो शुक्रवार को लक्ष्मी जी की पूजा जरूर करें। साथ ही घर के अंदर भी कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

आज के दिन मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कुछ टोने-टोटके भी किए जाते हैं। आज हम आपको कुछ टोटकों के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे बहुत सारा धन (Wealth) आपके पास आ सकता है।

शुक्रवार के उपाय ( Shukrawar Ke Upay)

– कहते हैं घर में किसी भी समय लक्ष्मी जी आ सकती है लेकिन शाम का समय ऐसा होता है, जिस समय लक्ष्मी जी का आना संभव होता है इसलिए शाम के समय सारे घर (Home) की लाइट जला कर पूरे घर में रोशनी कर देना चाहिए।

– कहा जाता है मां लक्ष्मी के समक्ष मोगरे का इत्र अर्पित करना चाहिए और रति और कामसुख के लिए गुलाब का इत्र चढ़ाना चाहिए। इसी के साथ देवी लक्ष्मी के सामने केवड़े का इत्र अर्पित करने से मानसिक शांति की प्राप्ति होती है।

– कहा जाता है शुक्रवार के दिन सुबह के समय गो-माता को ताज़ी रोटी खिलाना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होगी और आप पर सदेव अपनी कृपा बनाये रखेंगी।

कहते हैं घर में स्वच्छता का जरुर ध्यान दे क्योंकि इससे माता लक्ष्मी जरुर प्रसन्न होती है और साथ ही कभी शाम के समय घर (Home) में झाडू न लगाए इससे घर की लक्ष्मी बाहर चली जाती है।

कहा जाता है शुक्रवार के दिन उस जगह जाए जहां मोर नृत्य करते है और उसके बाद वहां की मिट्टी लाकर एक लाल रंग के कपड़े में बांधकर पवित्र जगह में रख दें और उसकी रोज पूजा करें धनलाभ होगा।


इसके अलावा और क्या करें ( Shukrawar Ke Totke)

– घर में तुलसी का पौधा लगाएं और उसकी पूजा करें।

– श्वेत चंदन का तिलक करें।

– पानी में चंदन मिलाकर स्नान करें।

– चांदी का टुकड़ा या चंदन की लकड़ी नदी या नहर में प्रवाहित करें।

– सुगंधित पदार्थ का इस्तेमाल करें।

– संतान प्राप्ति के चाहवान दंपति हरसिंगार का पौधा घर में लगाएं तथा उसको ऐसे सींचे, जैसे अपने छोटे बच्चे की देखभाल करते हैं।