आखिर क्यों डाबर को अपने विज्ञापन के लिये माफी मांगनी पड़ी
भारत में कल धूमधाम से करवाचौथ का व्रत मनाया गया. लेकिन इसके अगले ही दिन करवाचौथ के एक विज्ञापन ने हंगामा मचा दिया. यह विज्ञापन डाबर कंपनी ने LGBTQIA+ कम्युनिटी को प्रोमोट करते हुए जारी किया था. इस विज्ञापन को लेकर धर्म के कथित ठेकेदारों ने न केवल बवाल मचाया बल्कि सत्ता में बैठे लोगों ने तो कार्रवाई तक की धमकी दे डाली। मजबूरन डाबर को माफी मांगनी पड़ी.
दरअसल, डाबर फेम ब्लीच ने 22 अक्टूबर को एक कमर्शियल विज्ञापन जारी किया था. इस वीडियो ऐड में दो महिलाएं करवाचौथ के लिए सज-धज रही होती हैं. महिलाएं एक दूसरे को ब्लीच लगाती हैं और त्यौहार को लेकर बातचीत करती हैं वे उपवास क्यों रख रही हैं. वीडियो के अंत में पता चलता है कि दोनों महिलाओं ने एक दूसरे के लिए ही उपवास रखा है. वे छलनी से पहले चंद्रमा को देखती हैं और फिर एक दूसरे को देखकर अपना उपवास तोड़ती हैं.