Religious

क्यों पूजा में ये दो रंग अशुभ माने जाते हैं?

पूजन में नीले और काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए. इन दो रंगों को शुभ कार्यों के लिए अमंगलकारी माना जाता है. पूजा में रंगों का बहुत महत्‍व माना जाता है. कहा जाता है कि आप अगर रंगों का ध्यान नहीं रखेंगे तो जीवन में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो सकता है.

किस पूजा में पहनें कौन-सा रंग

1- भगवान शिव की पूजा में काले रंग के कपड़े बिलकुल ना पहनें. ये रंग शिव जी को बिलकुल भी पसंद नहीं है. अगर आप सोमवार का व्रत रख रहे हैं तो उस दिन तो ये रंग बिलकुल ना पहनें. शिव पूजन में हरे या अन्‍य किसी रंग के वस्‍त्र धारण किए जा सकते हैं.

2- हनुमान जी की पूजा में नांरगी रंग के वस्‍त्र धारण करने चाहिए.
अगर आप बुधवार का व्रत या भगवान गणेश का पूजन कर रहे हैं तो इसमें हरे रंग के वस्‍त्र पहनकर बैठना शुभ रहता है. इससे भगवान गणेश जल्‍दी आपसे प्रसन्‍न होते हैं.

3- भगवान विष्‍णु जी, साईं बाबा या बृहस्‍पतिवार के व्रत में पीले रंग के वस्‍त्र धारण करें. इसके अलावा सुनहरा, गुलाबी या नारंगी रंग भी पहन सकते हैं.

4- शुक्रवार के व्रत या मां लक्ष्‍मी के पूजन में आप काले रंग को छोड़कर किसी भी रंग के वस्‍त्र पहन सकते हैं.

5- शनि देव को काला रंग पसंद है इसलिए इनके पूजन में या शनिवार के व्रत या पूजन आदि में काले रंग के वस्‍त्र पहनकर बैठ सकते हैं.

पीला रंग होता है सबसे ज्‍यादा शुभ

ईश्‍वर की पूजा एवं उपासना में पीले रंग या केसरिया रंग के कपड़े पहनना ज्‍यादा शुभ माना जाता है. ज्‍योतिष के अनुसार पीले रंग को देवताओं के गुरु बृहस्‍पति देव से संबंधित माना जाता है. गुरु ग्रह अध्‍यात्‍म और धर्म का कारक ग्रह हैं. मान्‍यता है कि पूजा में पीले रंग के कपड़े पहनने से मन स्थित रहता है और मन में सकारात्‍मक विचार आते हैं. वहीं केसरिया और पीले रंग को अग्नि का प्रतीक माना जाता है. हिंदू धर्म ग्रंथों में पीला और केसरिया रंग को बहुत पवित्र माना गया है. ऐसा माना जाता है कि पीला रंग पहनने से मन में पवित्र विचार आते हैं. काले रंग को देखकर मन में नकारात्‍मक भाव आते हैं जबकि पीले रंग को देखकर मन में सकारात्‍मक भाव आते हैं. इसी वजह से पूजा में पीले रंग के वस्‍त्र पहनने चाहिए.