Bhopal

ज्योतिषियों के आँकलन में अगला मुख्यमंत्री कौन?

भोपाल. मध्यप्रदेश में उपचुनाव की तैयारी जोरों पर है भाजपा और कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दिया है साथ ही ज्योतिषियों ने भी अपना अनुमान बताना शुरू कर दिया है ऐसे में कमलनाथ के करीबी लोगों का कहना है उन्हें किसी पहुंचे हुए ज्योतिषाचार्य ने बताया हैऔर इसीलिए वे मध्यप्रदेश नही छोड़ रहे हैं।

कमलनाथ के नजदीकी सूत्रों ने बताया कि 27 उपचुनावों के बाद एक बार फिर कांग्रेस सत्ता में आएगी और एक बार फिर कमलनाथ मुख्यमंत्री बनेंगे।कमलनाथ के इर्द गिर्द रहने वालों का कहना है कि साहब किसी मकसद से ही रुके हुए हैं अन्यथा वे कब के चले जाते। यानि अभी भी उन्हें भरोसा है कि सत्ता की बागडोर एक बार उनके हाथों में जरूर आएगी।अब उनके ज्योतिषी कितने पहुंचे हुए हैं यह तो उपचुनावों के बाद ही पता चलेगा।
पहले 22 विधायक चले गए ,फिर तीन और चले गए और लोगों की मानें तो अभी और भी विधायक जाने वाले हैं।इन हालातों में भी कमलनाथ सरकार बनाने का सपना संजोए हैं तो वाकई वे बहुत बड़े राजनीतिज्ञ हैं और उनके ज्योतिषी भी बहुत पहुंचे हुए लगते हैं।

कमलनाथ भी जानते हैं कि मुख्यमंत्री की कुर्सी संख्या बल के आधार पर ही मिल पाएगी।जिसके लिए उन्हें 116 विधायकों की जरूरत पड़ेगी। क्योंकि उनके पास 89 विद्यायक हैं और सभी 27 जीत कर आएं , तब उनकी संख्या 116 पर पहुंच पाएगी। अब कोई भी जानकार इसे अच्छे से जानता है कि सभी 27 सीटे कांग्रेस जीत जाएगी तो क्या भाजपा हाथ पर हाथ धरे बैठी रहेगी। एक तरफा चुनावी जीत कांग्रेस की हो जाएगी।

इन 27 सीटों में से 16 सीटें तो उस ग्वालियर चम्बल संभाग से हैं जहाँ कमलनाथ का कोई प्रभाव ही नही है। ग्वालियर चम्बल संभाग में दिग्विजय गुट मजबूत स्थिति में है।यानि पूरा दारोमदार दिग्विजय गुट पर ही है।यदि पूरी कांग्रेस एकजुट होकर भी मैदान में उतरे तो भी सभी 16 सीटे जीतना मुश्किल है। फिर कमलनाथ और उनके सिपहसालार किस भरोसे सरकार बनाने का मन बनाये बैठे हैं।

अभी हालत तो यह है कि कमलनाथ,सज्जन सिंह और एन. पी.ही सारे टिकिट फाइनल करने में जुटे हुए हैं। दिग्विजयसिंह गुट के डा. गोविन्द सिंह व लाखन सिंह को किसी प्रत्याशी के बारे में कुछ पूछा ही नही गया।ऐसे में ये लोग कांग्रेस की कितनी मदद करेंगे यह कहना मुश्किल है। इन हालातों में भी यदि कमलनाथ के ज्योतिषी ने सरकार बनाने या मुख्यमंत्री बनाने की भविष्यवाणी की है तो फिर यह भविष्यवाणी तभी सही साबित होगी जब भाजपा के विधायक टूट कर कांग्रेस में शामिल हो जाएँ और भाजपा कमजोर हो जाये |