ट्रांसपोर्टरों के हड़ताल से मध्यप्रदेश में तीन दिन थमेंगे वाहनों के पहिए
इंदौर। इंदौर ट्रक ऑपरेटर और ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन 4 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन के मूड में है। एसोसिएशन ने तीन दिन के लिए हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी। व्यवसाय से संबंधित समस्याओं में राहत देने की मांग करते हुए एसोसिएशन ने तय किया कि 10 से 12 अगस्त तक प्रदेश में कमर्शियल वाहनों की आवाजाही बंद रहेगी।
ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने सरकार से बॉर्डर चेक पोस्ट बंद करने, डीजल पर वैट कम करने, रोड टैक्स/गुड टैक्स में छूट देने और ट्रक चालकों को कोविड बीमा में शामिल करने की मांग की है। मांगें नहीं माने जाने की स्थिति में ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस से बात करेगी और अनिश्चितकालीन देशव्यापी आंदोलन करेगी।
इंदौर ट्रक ऑपरेटर और ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन अध्यक्ष सीएल मुकाती ने कहा कि हम अपनी चार सूत्रीय मांग काे लेकर परिवहन मंत्री से मिले थे, लेकिन उनका रवैया सकारात्मक नहीं था। इसी कारण हमने मध्य प्रदेश में 10 से 12 अगस्त तक परिवहन व्यवस्था को पूरी तरह से लॉकडाउन करने का निर्णय लिया है। हमारी मांग है कि कोरोनाकाल का परिवहन और गुड टैक्स माफ किया जाए। पिछले एक साल में जो वैट वृद्ध और अन्य टैक्स बढ़ाए हैं, उन्हें वापस लिया जाए। ड्राइवरों को कोरोना योद्धा मानते हुए उन्हें बीमा की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए। मप्र के चेक पोस्ट पर अवैध वसूली बंद की जाए। यदि सरकार ने हमारी बात नहीं मानी तो हम देशभर में परिवहन व्यवस्था को अनिश्चितकाल के लिए बंद करेंगे।
उन्होंने कहा कि अभी व्यापार 25 से 30 फीसदी जी चल रहा है। 75 फीसदी व्यापार तो बंद ही है। हर व्यापारी 75 फीसदी नुकसान के साथ व्यापार कर रहा है। सरकार को प्रतिदिन साढ़े 400 करोड़ के राजस्व का नुकसान होगा। ऐसे में तीन दिनों में करीब 1200 करोड़ के राजस्व का नुकसान होगा। बंद को ड्राइवर, ट्रांसपोर्टर, डीजल-पेट्रोल के टैंकर, बस और टैक्सी एसोसिएशन के साथ ही अहिल्या चैंबर ऑफ काॅमर्स ने भी एक दिन का समर्थन दिया है।