Madhya Pradesh

घूमते-घूमते पाकिस्तान चला गया, बड़ी मुश्किलों से हुई घर वापसी

मध्य प्रदेश के खरगोन जिले का वीर 3 महीने बाद पाकिस्तान से अपने घर लौट आया है. नलवट ग्राम का रहने वाले वीर सिंह की घर वापसी से परिवार की खुशी का ठिकाना नही है. वीर की मां, पत्नी और दो बेटियों ने तीन महीने बाद राहत की सांस ली है.

खुशी के कारण उनके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं.वीर सिंह को पाकिस्तान सेना ने 24 अप्रैल को पकड़ा था. जिसके बाद 17 जुलाई को राजस्थान बॉर्डर पर भारतीय बीएसएफ को सौंप दिया था.

19 जुलाई को राजस्थान पुलिस ने परिवार से पूछताछ की थी.जिसके बाद 25 जुलाई को इलाके के सरपंच और वीर के छोटे भाई उन्हें लेने राजस्थान पहुंचे थे, और आखिरकार आज वीर की घर वापसी हो गई.  

ऐसे पहुंचा था पाकिस्तान


वीर सिंह दिमागी रूप से कमजोर है, वह भटकते हुए राजस्थान बॉर्डर से पाकिस्तान सीमा पर पहुंच गया था. मानसिक रूप से कमजोर होने के कारण उसे जरा भी अंदाजा नहीं था, वह घूमते हुए पाकिस्तान में प्रवेश कर गया.

24 अप्रैल को उसे पाक सेना ने पकड़ लिया. जिसके बाद उससे बारीकी से पूछताछ करने की कोशिश की तो सामने आया कि वह विक्षिप्त है. पाकिस्तान कुछ दिन वहीं बिताने के बाद 17 जुलाई को आफिसर्स ने फ्लैग मीटिंग के दौरान वीर को बीएसएफ कमांडेंट परमवीर सिंह को राजस्थान सीमा पर सौंप दिया.

राजस्थान पुलिस ने परिवार से किया संपर्क


परिवार ने वीर की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, वीर की तलाश जारी थी. तभी राजस्थान पुलिस ने परिवार से संपर्क किया और वीर के सही सलामत होने की सूचना दी. पुलिस ने वीडियो कॉलिंग के जरिए पहले वीर का आधार कार्ड और अन्य पहचान के दस्तावेज का वेरिफिकेशन किया.

उसके बाद वीर को परिवार को सौंपने की बात कही.एसपी शैलेंद्र सिंह एवं पंचायत की मदद से सरपंच और छोटे भाई उसे राजस्थान के श्रीगंगानगर के केसरीसिंह पूरा थाने से लेकर घर लौटे हैं. 

परिवार ने छोड़ दी थी उम्मीद


परिवार ने बताया कि दिमाग से कमजोर होने के कारण वह अकसर घर गायब हो जाता था, लेकिन लौट आता था. इस बार लंबे समय से गायब होने के कारण परिवार ने उसके लौटने की उम्मीद छोड़ दी थी.