मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के लिए भोपाल में वाकाथॉन आयोजित, सैकड़ों युवाओं ने लिया भाग…
भोपाल : विश्व मानसिक स्वास्थ्य माह के अवसर पर भोपाल में मनकक्ष, जेपी जिला चिकित्सालय और Mindcafe गैरसरकारी संगठन के संयुक्त तत्वाधान में एक वाकाथॉन (WALKATHON) का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना और समाज में इसके महत्व को रेखांकित करना था। बता दें कि विश्व मानसिक स्वास्थ्य माह (World Mental Health Month) अक्टूबर में मनाया जाता है जिसका उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना और मानसिक बीमारियों के समाधान की तरफ़ बढ़ना है। यह महीना वैश्विक स्तर पर मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दों के बारे में बातचीत को प्रोत्साहित करता है, ताकि लोग मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच सकें और मानसिक बीमारियों के इलाज में मदद प्राप्त कर सकें।
मानसिक स्वास्थ्य एक ऐसा महत्वपूर्ण पहलू है जिसे अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है, जबकि यह हमारे समग्र स्वास्थ्य का एक अनिवार्य हिस्सा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, मानसिक स्वास्थ्य “मस्तिष्क और भावनाओं से संबंधित कल्याण की स्थिति है जिसमें व्यक्ति अपनी क्षमताओं का उपयोग कर पाता है, जीवन के सामान्य तनावों का सामना कर सकता है, उत्पादक रूप से काम कर सकता है, और अपने समुदाय में योगदान दे सकता है।” इस परिप्रेक्ष्य में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता फैलाने की कोशिशें दुनिया भर में हो रही हैं।
भोपाल में वाकाथॉन का आयोजन
भोपाल में आयोजित वाकाथॉन की शुरुआत डॉ. शरद तिवारी, संयुक्त संचालक, मानसिक स्वास्थ्य, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (मप्र), और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी ने हरी झंडी दिखाकर की। इस कार्यक्रम में लगभग 350 से अधिक युवाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। वे मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने वाले बैनर्स, पोस्टर्स और प्लेकार्ड्स हाथों में लिए हुए जय प्रकाश चिकित्सालय से शुरू होकर लगभग 2 किलोमीटर तक चले और पुनः अस्पताल में एकत्रित हुए। इस कार्यक्रम में शासकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज के छात्रों और यंग शाला के युवा भी विशेष रूप से शामिल हुए।
मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता फैलाने का उद्देश्य
मनकक्ष, भोपाल के नोडल अधिकारी और मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. आरके. बैरागी ने बताया, “इस वाकाथॉन का उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करना और इस संबंध में फैली भ्रांतियों को दूर करना है।” वाकाथॉन के बाद डॉ. बैरागी ने बताया कि 11 अक्टूबर को सुबह 10 बजे से जिला चिकित्सालय स्थित मनकक्ष में एक मानसिक स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया जाएगा। इस शिविर में मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित परामर्श, निःशुल्क परीक्षण और उपचार की व्यवस्था की गई है। इस तरह के आयोजनों से मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने और समाज को इस दिशा में संवेदनशील बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता का महत्व इस बात से जुड़ा है कि यह न केवल व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए बल्कि समाज के समग्र कल्याण में भी योगदान देता है। मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों को खुले रूप से चर्चा करने और इसका समाधान खोजने से लोग अपनी मानसिक स्थिति को बेहतर समझ सकते हैं और समय पर मदद ले सकते हैं।