500 साल इंतजार समाप्त, अयोध्या में पीएम मोदी ने रखी श्रीराम मंदिर की नींव
अयोध्या : अयोध्या में भव्य राम मंदिर का सपना लगभग 500 साल बाद आज सच हो गया। पांच अगस्त बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विधि विधान के साथ पूजा कर मंदिर की नींव रखी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऐतिहासिक दौरे की शुरूआत हनुमानगढी के दर्शन के साथ की। जिसके बाद उन्होने श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला के दर्शन किए और उनकी आरती उतारी। आज प्रधानमंत्री मोदी भारतीय पारंपरिक हल्के पीले रंग का कुर्ता, सफेद धोती और भगवा रंग के गमझे में थे। काशी के प्रकांड तीन विद्धानों ने भूमि पूजन का अनुष्ठान शुरू किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यजमान के तौर पर संकल्प दिलाया गया और गणेश पूजन के साथ भूमि पूजन का कार्यक्रम शुरू हो गया।
करीब 48 मिनट चली पूजा
श्रीराम जन्मभूमि की पूजा करीब 48 मिनट तक चली। इस मौके पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राष्ट्रीय स्वयं सेवक प्रमुख मोहन भागवत मौजूद थे। पुरोहितों ने प्रधानमंत्री से विधिवत पूजा अर्चना कराई। इस दौरान चांदी की नौ शिलाओं का पूजन किया गया। करीब 12 बजे शुरू हुआ भूमि पूजन कार्यक्रम करीब 48 मिनट चला। अभिजीत मुहुर्त में भूमि पूजन और शिला पूजन सम्पन्न होने के पीएम मोदी ने साक्षात दंडवत कर देश की तरक्की और कोरोना के नाश का वरदान प्रभु श्रीराम से मांगा। भूमि पूजन कार्यक्रम के बाद हर हर महादेव,जय श्रीराम और भारत माता की जय के नारे लगाये गए।
कोरोना गाइडलाइन का पालन
अयोध्या में तय समय के अनुसार प्रधानमंत्री का हेलीकाप्टर साकेत डिग्री कालेज में बने अस्थायी हैलीपेड पर उतरा जहां पहले से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनकी आगवानी के लिये मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने कोरोना संक्रमण के लिये तय गाइडलाइन का पूरा पालन किया। वह मास्क लगाये हुये थे । उनका स्वागत करने वाले दो मीटर की दूरी पर बनाये गये सफेद रंग के गोलों में खड़े थे। पीएम मोदी ने सभी का अभिवादन स्वीकार करते हुये अपने वाहन की ओर रूख किया। बाद में पीएम मोदी का काफिला हनुमानगढ़ी के लिये रवाना हो गए। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सड़क पर सन्नाटा था लेकिन छतों पर खड़े लोग हाथ हिलाकर अपने प्रधानमंत्री का स्वागत कर रहे थे। पीएम मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री है जो श्रीरामजन्मभूमि परिसर में विराजमान रामलला के दर्शन किया। पीएम मोदी इससे पहले वर्ष 1991 में आये थे जब उनसे एक पत्रकार ने संयोग से दोबारा आने का समय पूछा था। उस समय उन्होने मुस्करा कर कहा था कि अब अयोध्या तभी आऊंगा जब राम मंदिर का निर्माण शुरू होगा। पीएम मोदी रामभक्त हनुमान का दर्शन पूजन कर उनसे भूमि पूजन की अनुमति मांगी। दस मिनट प्रसिद्ध हनुमान गढ़ी में बिताने के बाद वह करीब 12 बजे राम जन्मभूमि परिसर पहुंचे। जहां उन्होंने विधिवत रामलला विराजमान का दर्शन पूजन किया।