संयुक्त किसान मोर्चा ने किया शिवराज सिंह चौहान का विरोध, जयराम रमेश SKM के समर्थन में सामने आए…
नई दिल्ली : संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) शिवराज सिंह चौहान को कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय आवंटित करने के ख़िलाफ़ सड़क पर उतर आया है। उसका कहना है कि मंदसौर में किसानों की हत्या हुई तब शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थी और वो इस घटना के लिए ज़िम्मेदार हैं। इसे लेकर अब कांग्रेस नेता जयराम रमेश भी किसान मोर्चा के पक्ष में सामने आ गए हैं।
जयराम रमेश ने किया संयुक्त किसान मोर्चा का समर्थन
जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा है कि ‘संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने जून 2017 में मध्यप्रदेश के मंदसौर में जो हुआ था उसे देश के लोगों को याद दिलाने का सही काम किया है। मौजूदा कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान तब वहां के मुख्यमंत्री थे। पुलिस ने छह किसानों की बेरहमी से गोली मारकर हत्या कर दी थी। वे अपनी फ़सलों के लिए पर्याप्त MSP न होने का विरोध कर रहे थे और अपने गंभीर आर्थिक संकट को देखते हुए ऋण माफ़ी की मांग कर रहे थे। दुर्भाग्य से, मंदसौर में कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल में एक दलबदलू भी शामिल थे – जिन्होंने मार्च 2020 में गद्दारी कर के लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार को गिराने में मुख्य भूमिका निभाई जिसने ऋण माफ़ी शुरू की थी – अब वह दूरसंचार और पूर्वोत्तर विकास मंत्री हैं।’
जुलाई में होगी SKM की बड़ी बैठक
बता दें कि 2017 जून में पुलिसकर्मियों और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों द्वारा प्रदर्शन कर रहे किसानों के एक समूह पर गोलीबारी की गई थी, जिसमें छह किसानों की मौत हो गई थी। इसे लेकर अब संयुक्त किसान मोर्चा शिवराज सिंह चौहान को कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री बनाने के ख़िलाफ़ सामने आ गया है। बुधवार को मोर्चा ने प्रदर्शन भी किया और कहा कि मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज उस घटना के लिए ज़िम्मेदार हैं। इसी के संयुक्त किसान मोर्चा ने घोषणा की है कि 10 जुलाई को राजधानी दिल्ली में उनकी आम सभा की बैठक होगी जिसमें सभी किसान संगठन शामिल होंगे।