केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने किसानों को अन्नदाता नहीं बल्कि मवाली बताया
केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन करने वाले किसानों पर अभद्र टिप्पणी की है. मोदी सरकार में मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा है कि आंदोलन करने वाले लोग मवाली हैं. मीनाक्षी लेखी के इस विवादित बयान को लेकर सोशल मीडिया पर लोग मीनाक्षी लेखी और मोदी सरकार की जमकर आलोचना कर रहे हैं.
मीनाक्षी लेखी ने गुरूवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि आंदोलन करने वाले किसान नहीं हैं बल्कि मवाली हैं. बीजेपी नेता ने कहा कि इसका संज्ञान भी लिया जाना चाहिए. मीनाक्षी लेखी ने विपक्ष पर भी एजेंडा चलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि 26 जनवरी को जो कुछ भी हुआ वो शर्मनाक था, ऐसी आपराधिक गतिविधियों को विपक्ष ने बढ़ावा दिया.
मीनाक्षी लेखी के इस बयान के बाद न सिर्फ केंद्रीय मंत्री बल्कि पूरी मोदी सरकार अब निशाने पर आ गई है. सोशल मीडिया यूज़र्स केंद्रीय मंत्री के अभद्र बयान की आलोचना करते हुए कह रहे हैं कि इस बयान से मीनाक्षी लेखी ने मोदी सरकार को एक्सपोज कर दिया है. एक तरफ खुद प्रधानमंत्री मोदी संसद में आंदोलनरत किसानों के प्रति अपना सम्मान व्यक्त करते हैं, कृषि मंत्री कहते हैं कि आंदोलन करने वाले किसानों से चर्चा करने के लिए हमारे दरवाज़े हमेशा खुले हैं. और दूसरी तरफ सरकार की ही एक ज़िम्मेदार मंत्री इतना गैर ज़िम्मेदाराना बयान दे रही हैं.
देश का अन्नदाता है किसान: राकेश टिकैत
मीनाक्षी लेखी के विवादित बयान पर बवाल मचने पर किसान नेता राकेश टिकैत ने बड़ा सीधा और सटीक जवाब दिया है. राकेश टिकैत ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि मवाली नहीं किसान हैं. किसान के बारे में ऐसी बात नहीं कहनी चाहिए. किसान देश का अन्नदाता है.