उमा भारती ने कैबिनेट मंत्री चैतन्य कश्यप पर की टिप्पणी को लेकर दी सफाई, कहा ‘लोकतंत्र में अमीर गरीब सबको सांसद विधायक बनने का अधिकार…
भोपाल : उमा भारती ने कैबिनेट मंत्री चैतन्य कश्यप को लेकर की गई टिप्पणी पर सफाई दी है। उन्होने कहा कि उनकी बातों का गलत मतलब निकाला गया है और लोकतंत्र में अमीर हो या गरीब, सभी को सांसद या विधायक बनने का अधिकार है। उमा भारती ने खुद अपना उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होने स्वयं बचपन से सुविधासंपन्न जीवन जिया है और उनका उद्देश्य किसी को आहत करना नहीं है।
सुबह की थी ये टिप्पणी
बता दें कि आज सुबह ही उन्होने कैबिनेट मंत्री चैतन्य कश्यप को सलाह दी थी कि विधायक के तौर पर अपना वेतन छोड़ने की बजाय वो उसका सदुपयोग अभावग्रस्त लड़कियों की शिक्षा के लिए करें। दरअसल, कैबिनेट मंत्री चेतन कश्यप ने अपनी संपत्ति 296 करोड़ घोषित की है और इसके बाद उमा भारती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि इतना संपन्न व्यक्ति अगर साल का करीब 12 लाख रुपये वेतन नहीं लेता है तो इसमें इतनी प्रशंसा की क्या बात है।
अपने बयान पर दी सफाई
लेकिन अब अपनी बात पर सफाई देते हुए उमा भारती ने एक्स पर लिखा है कि ‘जो मुझे आशंका थी वही हुआ । कुछ लोगों ने मेरी बातों का ग़लत मतलब निकाल ही लिया । लोकतंत्र में अमीर हो ग़रीब, सबको सांसद या विधायक होने का अधिकार है । स्वयं मैं जब आठ वर्ष की थी तब से आज तक मैंने सुविधा संपन्न जीवन जिया है । मैं सरकार से प्राप्त सुविधाओं का पात्रता एवं आवश्यकता के अनुसार उपयोग करती हूँ । कभी कभी किसी संस्था, कोई असहाय महिला या किसी बच्चे की शिक्षा की सुविधा के लिए मैं चेक से ही राशि देती हूँ । लेकिन सरकार को कुछ वापिस नहीं करती । रतलाम के विधायक जो अभी मंत्री बने हैं वह बहुत बड़े व्यवसायी एवं बहुत बड़े दानी भी है और मुझे उनसे कोई तकलीफ़ नहीं है । वरुण गाँधी एवं उनके इस विवरण को सुनकर की वो सांसद या विधायक की सुविधा नहीं लेते । तो यह बड़ी बात नहीं है किंतु जिन जनप्रतिनिधियों का जीवन यापन एवं अतिथि सेवा इन्ही सुविधाओं से होती है वह स्वयं को छोटा अनुभव करेंगे जब की ऐसा नहीं है । सब बराबर है । जनता सबको वोट देती है ।’