BhopalMadhya Pradesh

एक सुर में बोल रहे उमा भारती और दिग्विजय सिंह

भोपाल। उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर मामले में मध्यप्रदेश के दो पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती और दिग्विजय सिंह एक दूसरे के सुर में सुर मिला रहे हैं। मध्यप्रदेश की राजनीति में शायद यह पहला मौका होगा जब धुर विरोधी रहे भाजपा की उमा भारती और कांग्रेस के दिग्विजय सिंह किसी भी मुद्दे पर एक हुए हो।
विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद उसकी उज्जैन में एंट्री को लेकर उमा भारती ने जो सवाल किए थे उनका दिग्विजय सिंह ने समर्थन किया है। दिग्विजय सिंह ने उमा भारती के सवालों को बिल्कुल सही करार देते हुए कहा है कि उन्हें नहीं लगता बीजेपी में उमा भारती के सवालों का कोई जवाब देगा। दरअसल 10 जुलाई को उज्जैन से विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद कानपुर ले जाते वक्त उसका एनकाउंटर कर दिया गया था। एनकाउंटर पर कांग्रेस के तमाम नेता सवाल खड़े कर रहे थे। इसी बीच उमा भारती ने एक ट्वीट कर उन सवालों का समर्थन किया जो कांग्रेस नेताओं की ओर से भी उठाए जा रहे थे। उमा भारती ने लिखा कि इन सवालों को लेकर वह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान  और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से बातचीत करेंगी।

उमा भारती के तीन सवाल


उमा भारती ने एनकाउंटर के बाद तीन सवालों को रहस्य बताया और लिखा अभी तीन बातें रहस्य की परत में हैं। उमा भारती का पहला सवाल यह है कि विकास दुबे उज्जैन तक कैसे पहुंचा? उनका दूसरा सवाल है कि वह महाकाल परिसर में कितनी देर रहा? जबकि तीसरे सवाल में उमा भारती ने पूछा है कि उसका चेहरा टीवी पर इतना दिखा कि उसे कोई भी पहचान लेता. फिर भई उसको पहचाने जाने में इतना समय कैसे लगा?