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कोरोना और लॉकडाउन का साइड इफेक्ट : बेरोजगारी औरकर्ज के चलते दो युवकों ने आत्महत्या की

इंदौर। कोरोना महामारी और लॉकडाउन के साइड इफेक्ट अब सामने आने लगा है। इंदौर में दो अलग-अलग मामले में दो युवकों ने बेरोजगारी और कर्ज से परेशान होकर जान दे दी। परिजनों का कहना है कि लॉकडाउन के कारण व्यवस्था गड़बड़ाने से उन्होंने यह कदम उठाया है।


पहला मामला


हीरानगर पुलिस के अनुसार प्रवीण पिता ओमप्रकाश पारसे निवासी गौरी नगर है। चचेरे भाई विनायक ने बताया कि प्रवीण ने शुक्रवार देर रात कमरे में फांसी लगा ली थी। रात में उसने सबके साथ बैठकर खाना खाया और फिर टीवी देखने लगा। देर रात 3 बजे मां की नींद खुली तो टीवी चल रही थी, पर प्रवीण नजर नहीं आया। उन्होंने ऊपर जाकर देखा तो प्रवीण फंदे पर लटका था। विनायक ने बताया कि वह पहले कोठारी मार्केट में काम करता था। फिर एक वाइन शॉप पर काम करने लगा था। कुछ समय से वह बेरोजगार था। उसने कुछ लोगों से कर्ज ले रखा था। वे परेशान कर हे थे। परिजन का कहना है कि लॉकडाउन में नौकरी नहीं होने से वह कर्ज नहीं चुका पा रहा था। इससे वह तनाव में रहने लगा था।

दूसरा मामला


आत्महत्या की दूसरा घटना लसूड़िया थाना क्षेत्र के ढाबली गांव में हुई। यहां रहने वाले अजय गर्ग ने रात में घर में फांसी लाग ली। परिजन बोले कि लॉकडाउन के चलते उसकी नौकरी छूट गई थी। वह तनाव में रहने लगा था। दोस्तों ने उसे नौकरी भी बताई थी, लेकिन वह तनाव में आने से नहीं गया। हालांकि पुलिस का कहना है कि जांच के बाद स्पष्ट हो सकेगा कि उसने जान क्यों दी है।