ग्वालियर प्रशासन के दो रूप : सरकार के लिए नरम और गरीबों के लिए गरम
ग्वालियर। ग्वालियर में कानून व्यवस्था के कई रूप देखने को मिल रहे हैं। कहीं प्रशासन नरम दिख रहा है तो कहीं गरम। ऐसे में दोनों हालात में ही पुलिस प्रशासन के लिए गले की फांस बन गया है। ग्वालियर में भाजपा के तीन दिवसीय सदस्यता अभियान में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत हजारों की संख्या में जुटे भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं को लेकर जहां पुलिस प्रशासन नरम दिखा और उनकी व्यवस्था बनाने में जुटा रहा। वहीं एक दलित परिवार 20 से 25 लोगों को अपनी मांगों को लेकर संभागायुक्त के निवास पर मिलने गए तो पुलिस ने उनको नियम का हवाला देते हुए उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्रशासन के इस रवैये से नाराज कांग्रेस के मीडिया प्रभारी (ग्वालियर-चंबल संभाग) के. के. मिश्रा ने ट्वीट कर सरकार को घेरा है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, ग्वालियर जिला,पुलिस प्रशासन के दो रूप! एक दलित परिवार अपनी मांगों को लेकर संभागायुक्त के निवास पर लॉक डाउन के दौरान मिलने गये 20-25 लोगों पर थाना विश्व विद्यालय में धारा-341,188,269,270 कब तहत FIR दर्ज!भाजपा के हजारों लोगों की मौजूदगी,”कोरोना परोसो अभियान” में वही थाना खामोश?