मध्यप्रदेश के दो सीएम राइज़ स्कूल विश्व के सर्वश्रेष्ठ 10 स्कूलों में शामिल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शिक्षा विभाग से जुड़े सभी अधिकारीयों को दी बधाई, पढ़ें यह खबर…
भोपाल : मध्यप्रदेश सरकार द्वारा विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के प्रयासों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहना मिली है। दरअसल अंर्तराष्ट्रीय संस्था ‘टी-4 एजुकेशन’ द्वारा आयोजित विश्व के सर्वश्रेष्ठ स्कूल पुरस्कार के टॉप 10 में मध्यप्रदेश के दो सीएम राइज़ स्कूलों को स्थान दिया गया है। इन स्कूलों में सीएम राइज विनोबा स्कूल, रतलाम और सीएम राइज मॉडल उच्चतर माध्यमिक स्कूल, झाबुआ शामिल हैं।
‘इनोवेशन’ और ‘सपोर्टिंग हेल्दी लाइफ्स’ श्रेणियों में स्थान:
दरअसल गुरुवार को घोषित परिणामों के अनुसार, सीएम राइज विनोबा स्कूल, रतलाम को ‘इनोवेशन’ श्रेणी में और सीएम राइज मॉडल उच्चतर माध्यमिक स्कूल, झाबुआ को ‘सपोर्टिंग हेल्दी लाइफ्स’ श्रेणी में चयनित किया गया है। यह उपलब्धि मध्यप्रदेश के शिक्षा प्रणाली के सुधार और उन्नयन के प्रयासों का परिणाम है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दी बधाई:
वहीं मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए शिक्षा से जुड़े सभी अधिकारीयों को बधाई दी और कहा कि ‘अच्छी शिक्षा प्रदान करने के मध्यप्रदेश सरकार के प्रयासों को न केवल देश में सराहना मिली है बल्कि पूरे विश्व में इसे सराहा जा रहा है। इस उपलब्धि पर शिक्षा विभाग से जुड़े सभी अधिकारी- कर्मचारियों और स्कूल के समस्त स्टाफ को बधाई।’
सीएम राइज स्कूलों का उद्देश्य:
दरअसल सीएम राइज स्कूलों का उद्देश्य विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करना और उन्हें जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान से लैस करना है। इन स्कूलों में नवीनतम तकनीकों और शैक्षिक विधियों का उपयोग किया जाता है ताकि विद्यार्थियों को सर्वांगीण विकास मिल सके।
अंतरराष्ट्रीय संस्था ‘टी-4 एज्युकेशन’
जानकारी दे दें कि टी-4 एज्युकेशन एक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय संस्था है जो विश्व भर के स्कूलों का मूल्यांकन करती है और उन्हें विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार देती है। इस संस्था का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार और उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करना है।
मध्यप्रदेश के ‘सीएम राइज विनोबा स्कूल’ और ‘सीएम राइज मॉडल उच्चतर माध्यमिक स्कूल’ की यह उपलब्धि न केवल राज्य के लिए गर्व की बात है, बल्कि यह देश के शिक्षा प्रणाली के लिए भी एक प्रेरणादायक उदाहरण है। इससे यह साबित होता है कि गुणवत्ता और नवाचार पर जोर देकर उत्कृष्टता प्राप्त की जा सकती है। इस सफलता से प्रेरित होकर अन्य राज्यों को भी अपने शिक्षा प्रणाली में सुधार करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।