क्या इंश्योरेंस के पैसों के लिये मनगढ़ंत कहानी बनाई सुदीक्षा के परिवार ने
सुदीक्षा भाटी 3.8 करोड़ की स्कॉलरशिप लेकर अमेरिका के बॉब्सन कॉलेज में पढ़ने वाली 19 बरस की लड़की. हाल ही में बुलंदशहर में रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई थी. परिवारवालों का आरोप था कि बुलेट पर सवार दो लोग छेड़खानी कर रहे थे, ओवरटेक करते हुए स्टंट कर रहे थे. इन्हीं वजहों से बाइक और बुलेट की टक्कर हुई और हादसे में सुदीक्षा की जान चली गई. अब बुलंदशहर पुलिस ने छेड़खानी के आरोपों को खारिज किया है. पुलिस का कहना है कि जांच के दौरान उत्पीड़न का कोई सबूत नहीं मिला है. संभवतः गांव के लोगों ने इंश्योरेंस की रकम के लिए ऐसा कहा था.
बुलंदशहर के सीनियर सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (SSP) संतोष कुमार सिंह ने मीडिया से बात की. कहा- ”10 अगस्त को जब ये दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई, तब सुदीक्षा का भाई बाइक चला रहा था, जो संभवत नाबालिग था. इस घटना के एक चश्मदीद गवाह हेमंत शर्मा ने बताया कि सामने से एक टैंकर आ रहा था, जिसकी वजह से बुलेट चला रहे व्यक्ति ने अचानक ब्रेक लगाए. एक अलग बाइक, जिस पर सुदीक्षा सवार थी, वो बुलेट के पीछे थी. जब बुलेट ने ब्रेक लगाए तो पीछे से आ रही बाइक और बुलेट की टक्कर हो गई. इस वजह से सुदीक्षा के सिर में चोट लगी और उनकी जान चली गई.”
सुदीक्षा के भाई ने कहा था कि जब उसने अपनी बाइक पर ब्रेक लगाए तो वो अनियंत्रित होकर गिर गई. हालांकि, उसने बाद में उसने अपना आवेदन वापस ले लिया था और कहा था कि फाइनल लिखित आवेदन सुदीक्षा के परिवारवाले आकर देंगे.
बाद में, परिवारवालों ने दावा किया कि सुदीक्षा के चाचा सतेंद्र भाटी बाइक चला रहे थे. इस दावे को भी पुलिस ने गलत बताया. SSP ने कहा- “जब कोई झूठ 50 बार दोहराया जाता है, तो सच लगने लगता है. सुदीक्षा का एक्सीडेंट बुलंदशहर में सुबह 8 बजकर 50 मिनट पर हुआ था. उसके चाचा की मोबाइल लोकेशन 9 बजकर 17 मिनट पर ग्रेटर नोएडा के दादरी में थी. घटनास्थल पर सतेंद्र 10 बजकर 49 मिनट पर पहुंचे थे, करीब दो घंटे बाद. फैक्ट्स को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है. चूंकि सुदीक्षा को अच्छी स्कॉलरशिप मिल रही थी, इसलिए गांव के लोगों ने ‘इंश्योरेंस के पैसे के बारे में सोचा’. हमें अभी तक हुई जांच में किसी तरह की छेड़खानी या उत्पीड़न के सबूत नहीं मिले हैं. चश्मदीद ने भी ऐसी किसी घटना के होने से इनकार किया है.”
SSP ने हालांकि ये भी कहा कि मामले की जांच के लिए पांच अलग-अलग टीमों को लगाया गया है. अगर आगे की जांच में उत्पीड़न वाली बात सामने आती है, तो इससे जुड़ी धाराएं लगाई जाएंगी. जो अपराधी हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी होगी. SSP का कहना है कि इस घटना में पुलिस कुछ भी नहीं छिपा रही है. पुलिस महकमा भी सुदीक्षा जैसी होनहार स्टूडेंट की मौत से दुखी है. उन्होंने बताया कि सुदीक्षा के पिता की शिकायत के आधार पर FIR दर्ज की गई है. अभी तक इलाके के आस-पास के 15 बुलेट मालिकों से पूछताछ की जा चुकी है. इसके साथ ही SSP ने अपील की कि इस मुद्दे को ट्विस्ट न किया जाए. इस बीच, मामले की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) सुदीक्षा के घरवालों के बयान दर्ज करने 12 अगस्त को ग्रेटर नोएडा के दादरी गई थी.
सुदीक्षा के परिवार ने 11 अगस्त को कहा था कि वो अपने चाचा के साथ बाइक पर जा रही थी. रास्ते में बुलेट सवार दो लोगों ने परेशान करना शुरू कर दिया. वो सुदीक्षा पर कमेंट कर रहे थे, जिसकी वजह से हादसा हुआ.