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भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि आज, राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री समेत कई नेताओं ने दी श्रद्धांजलि…

नई दिल्ली : आज भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि है। इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्मारक स्थल सदैव अटल पर पहुंचे और श्रद्धांजलि अर्पित की। बीजेपी के कई नेता समाधि स्थल पर पहुंचे जिनमें स्पीकर ओम बिरला, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और मंत्री मनोहर लाल खट्टर शामिल हैं। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे।

16 अगस्त 2018 को अटल बिहारी वाजपेयी का देहांत दिल्ली में हुआ था। 1924 को वाजपेयी ग्वालियर में जन्मे थे। राजनीति में अटल बिहारी वाजपेयी का विशेष योगदान रहा है। देश के विकास के अनगिनत किस्से उनसे जुड़े हुए हैं।

राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने दी श्रद्धांजलि

सदैव अटल पर पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने यहां पर पुष्प अर्पित किए। अपने भाषणों में अक्सर वह उनका जिक्र करते हुए दिखाई दिए हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी स्मारक स्थल पर पहुंची और समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित करते दिखाई दीं।

पहुंचे बीजेपी के नेता

इस दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी स्मारक स्थल पहुंचे और पूर्व प्रधानमंत्री को याद करते हुए दिखाई दिए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी यहां पहुंचे। वो बिहारी वाजपेयी के शिष्यों में से एक हैं और अपने गुरु को पुष्पांजलि अर्पित करते दिखाई दिए। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते दिखाई दिए। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर वीर सुबह-सुबह समाधि स्थल पहुंचे और पूर्व पीएम को श्रद्धांजलि अर्पित की। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा सदैव अटल पर पहुंचे और वाजपेयी जी को श्रद्धांजलि दी।

इन नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

सदैव अटल पर कई सारे एनडीए नेता भी अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे। इसके अलावा जदयू नेता संजय झा, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल, गिरिराज सिंह, वीरेंद्र कुमार, डॉ जितेंद्र सिंह, नागालैंड के सीएम नेफ्यू रियो, सिक्किम के प्रेम सिंह तमांग को भी समाधि स्थल देखा गया।

ग्वालियर से था ताल्लुक

अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रसिद्ध और मजबूत नेताओं में से एक थे। उनका मध्य प्रदेश के ग्वालियर से गहरा संबंध है। दरअसल 1924 में ग्वालियर में ही उनका जन्म हुआ था। वह पहले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे जिन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया। 16 मई 1996 से 1 जून 1996 तक और 19 मार्च 1998 से 22 मार्च 2004 तक उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री का पद संभाला। 1977 से 1979 तक उन्होंने विदेश मंत्री का पद भी संभाल। जब वह प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के मंत्रिमंडल में शामिल थे। 16 अगस्त 2018 को लंबी बीमारी के बाद दिल्ली के एम्स में उनका निधन हो गया था।