Madhya Pradesh

कोरोना संक्रमण रोकने के लिए शिवराज सिंह ने फ़ोन पर कमलनाथ से मांगे थे सुझाव, पूर्व सीएम ने लिखित में दिए

मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को कंट्रोल करने में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी से सहयोग मांगा था. इस कड़ी में उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को भी फोन कर इस महामारी को फैलने से रोकने में उनका सहयोग और सुझाव मांगा था. अब कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर कोरोना से संबंधित सुझाव दिए हैं. उन्होंने अपने पत्र में बिन्दुवार सुझाव देते हुए लिखा है…

  1. आज कोरोना वैक्सीनेशन अभियान को गहनता और तीव्रता से लागू करने की आवश्यकता है. उम्र के बंधन को समाप्त कर प्रदेश के आमजन को कोरोना वैक्सीन निशुल्क लगाई जाए. प्रथम लहर एवं वर्तमान में अधिक संक्रमित क्षेत्रों को चिन्हित कर उनमें वैक्सीनेशन का कार्य प्राथमिकता से किया जाए. कोरोना वैक्सीन की उपलब्धता बढ़ाई जाए.
  2. कोरोना वैक्सीन की जिलों में तत्कालिक अनुपलब्धता वैक्सीनेशन की गति को प्रभावित करता है. मध्य प्रदेश के कई जिलों में ऐसी स्थितियां निर्मित हुई हैं. अतः यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि प्रत्येक वैक्सीनेशन केंद्र पर वैक्सीन उपलब्ध रहे और कोई आमजन बिना वैक्सीनेशन के वापस ना जाए.
  3. वैक्सीनेशन अभियान को गति प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और अन्य की सहायता लेकर घर-घर जाकर अभियान चला कर के आमजन को वैक्सीनेशन केंद्र तक लाने का प्रयास किया जाए.
  4. कोरोना टेस्टिंग बढ़ाई जाए. घर-घर जाकर टेस्ट किए जाएं, व्यापक मुफ्त टेस्टिंग की जाए. कोरोना रिपोर्ट न्यूनतम समय या 8 घंटे में जारी किया जाना सुनिश्चित किया जाए. ट्रेसिंग सर्वे के कार्य में गति लाई जाए. निजी अस्पतालों में कोरोना जांच की दरों को न्यूनतम किया जाए.
  5. कोरोना संक्रमित के समुचित मुफ्त उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए. मध्य प्रदेश में कोरोना उपचार हेतु आईसीयू, एचडीयू बेड एवं ऑक्सीजन बेड की उपलब्धता लगभग समाप्त हो गई है. इस विषय पर तत्काल कार्रवाई आवश्यक है, अन्यथा स्थिति भयावह होगी.
  6. अस्पतालों में ऑक्सीजन उपलब्धता सुनिश्चित हो. तत्काल आवश्यक निर्णय लिए जाएं. प्रदेश के ऐसे ऑक्सीजन प्रदाय प्लांट जो किसी कारण से बंद हैं उन्हें पुनः शुरू किया जाए. ऑक्सीजन की सुचारू एवं सतत व्यवस्था सुनिश्चित हो. ऑक्सीजन की उपलब्धता की सतत एवं प्रभावी निगरानी आवश्यक है.
  7. निजी अस्पतालों में कोरोना के इलाज हेतु उपचार की दरें न्यूनतम तय की जाएं. आमजन को मनमाने शुल्क से राहत दी जाए.
  8. कोरोना के इलाज में लगने वाले आवश्यक इंजेक्शन, दवाइयों की पर्याप्त उपलब्धता सस्ती दरों पर सुनिश्चित कराई जाए. रेमेडेसिवर इंजेक्शन का उपयोग अनेक स्थानों पर उपचार हेतु किया जा रहा है, परंतु यह उपलब्ध नहीं हो रहा है. इसकी कालाबाजारी की सूचनाएं मिल रही हैं, पर्याप्त प्रचार सामग्री निश्चित दर पर उपलब्ध है ऐसी व्यवस्था की जाए.
  9. आज प्रदेश का आमजन लॉकडाउन, आर्थिक मंदी एवं महंगाई की परिस्थितियों से पीड़ित है. गरीब वर्ग, देहाती मजदूर एवं छोटे व्यवसाय कर रहे आमजन की स्थिति चिंतनीय है. आज तत्काल राहत की आवश्यकता है. इस हेतु आमजन के पक्ष में मानवीय सोच के साथ आर्थिक राहत के कदम उठाए जाने चाहिए.