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हाथियों के गुस्से का शिकार हुए तीन व्यक्ति, दो बच्चे भी शामिल

हाथी को बड़े ही शांत स्वभाव का जानवर कहा जाता है. लेकिन जब गजराज को गुस्सा आता है तो वह जंगल के राजा शेर पर भी भारी पड़ता है. फिर उसके आगे इंसानों की क्या ही बिसात. पिछले कुछ महीनों से गजराज ने मध्य प्रदेश के सीधी, सतना और छिंदवाड़ा जिलों में आतंक मचा रखा है. उनके आतंक का शिकार इस बार सीधी जिले के तीन व्यक्ति हुए, जिनमें दो मासूम बच्चे भी शामिल हैं. छत्तीसगढ़ के जंगलों से सोमवार देर रात हाथियों का झुंड आया और गांव के एक पिता और उसके दो पुत्रों को कुचलता हुआ वहां से चले गया.

दो दिन पहले ही तोड़े थे कच्चे मकान

मामला सीधी जिले के आदिवासी क्षेत्र खेरी गांव का है. जहां सोमवार देर छत्तीसगढ़ के जंगलों से हाथियों का झुंड आया और पिता समेत दो मासूमों को कुचलता हुआ चला गया. बता दें कि इस इलाके में हाथियों के हमले का यह कोई पहला हमला नहीं है. दो दिन पहले रविवार को भी जंगली हाथियों के झुंड ने खाने की तलाश में गांव वालों के दो कच्चे मकानों को तोड़ दिया था.

दर्जन भर गांव डर में गुजार रहे जिंदगी

जानकारों की माने तो यह हाथी छत्तीसगढ़ के संजय टाइगर रिजर्व के थे. इस इलाके में आने वाले मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के दर्जनभर गांववासी हाथियों की दहशत में ही अपना जीवन यापन कर रहे हैं. दो दिन पहले हुए हमले में हाथी घर में रखा खाना खा गए, बर्तनों को तोड़ दिया, यहां तक कि घर में मौजूद कपड़े, कुर्सियां, चारपाई समेत बिजली मीटर को भी क्षतिग्रस्त कर गए थे.