BhopalMadhya Pradesh

मध्यप्रदेश कैबिनेट की दूसरी वर्चुअल बैठक में इन फैसलों पर लगी मुहर

भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मंगलवार को हुई कैबिनेट की दूसरी वर्चुअल बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में कई अहम प्रस्तावों पर मुहर लगी है। शाम चार बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक के दौरान मंत्रियों ने अलग-अलग जगहों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग में शिरकत की।
कैबिनेट बैठक में भारत सरकार के डिजिटल इण्डिया लैण्ड रिकॉर्ड मॉडर्नाइजेशन प्रोग्राम के तहत मध्य प्रदेश में भू-अभिलेखों का डिजिटाइजेशन परियोजना क्रियान्वयन के लिए परियोजना की अनुमानित राशि 59 करोड़ 89 लाख रूपये की मंजूरी जारी करने का फैसला किया गया है। डिजिटाइजेशन के लिए उपलब्ध राशि 25 करोड़ 80 लाख रूपये के अतिरिक्त खर्च की बाकी राशि 34 करोड़ 9 लाख रूपये के लिए लोक सेवा प्रबंधन विभाग के द्वारा संचालित ई-डिस्ट्रिक्ट परियोजना में उपलब्ध राशि में से अधिकतम 15 करोड़ रूपये का उपयोग किया जाएगा।
इसके साथ ही डीआईएलआरएमपी परियोजना के तहत मध्यप्रदेश भू-अभिलेख प्रबंधन समिति के बैंक खाते में राज्यांश की कुल राशि से प्राप्त ब्याज की राशि लगभग 8 करोड़ रूपये का उपयोग किया जाएगा।

डीआईएलआरएमपी परियोजना के तहत केन्द्र के अंश की कुल राशि से मिलने वाले ब्याज की राशि लगभग 11 करोड़ 9 लाख रूपये को भारत सरकार से स्वीकृति प्राप्त कर उपयोग किया जाएगा. उपयोग की अनुमति राशि प्राप्त नहीं होने पर उस राशि का बजट प्रावधान वित्तीय वर्ष 2022-23 में 5 करोड़ 50 लाख रूपये तथा वर्ष 2023-24 में 5 करोड़ 50 लाख रूपये शामिल कराया जाएगा और ख़र्च का भार राज्य शासन द्वारा वहन किया जाएगा।

विभागों का प्रेजेंटेशन


मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में 2 विभागों का प्रजेंटेशन किया गया. इनमें स्वास्थ्य विभाग और खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग शामिल है। इन विभागों ने मुख्यमंत्री के सामने अपने विभाग की महत्वपूर्ण योजनाओं और प्लानिंग को लेकर प्रेजेंटेशन दिया।

मुख्यमंत्री शिवराज ने अस्पताल से ली बैठक


मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कोरोना पॉजिटिव आने के बाद से अस्पताल में भर्ती हैं और अपना इलाज करवा रहे हैं. यही वजह है कि कैबिनेट की बैठक को वर्चुअल तरीके से आयोजित किया जा रहा है. इससे पहले पिछले मंगलवार को पहली बार वर्चुअल कैबिनेट की बैठक आयोजित की गई थी जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए थे. इस बार भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अस्पताल से छुट्टी नहीं होने की वजह से कैबिनेट को वर्चुअल तरीके से आयोजित किया गया. माना जा रहा है कि जब तक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और बाकी के मंत्री कोरोना से ठीक नहीं हो जाते हैं कैबिनेट की बैठक इसी तरीके से ही आयोजित की जाती रहेगी.