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शिवना नदी का जल पशुपतिनाथ मंदिर के गर्भगृह तक पहुंचा, बीमार बेटे को कंधे पर उठाकर पिता ने पुल पार किया

इंदौर। मध्यप्रदेश में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बारिश के बाद मालवा-निमाड़ की सभी नदियां उफान पर हैं। मंदसौर में उफनी शिवना नदी ने सीजन में दूसरी बार रविवार को पशुपतिनाथ का जलाभिषेक किया।


उज्जैन में शिप्रा के रौद्र रूप से घाट किनारे सभी मंदिर जलमग्न हो गए हैं। देवास में कालीसिंध तो शाजापुर में लखुंदर और पार्वती नदी ने अपना विकराल रूप धारण कर रखा है। पिछले 24 घंटे में शाजापुर में 5 इंच से ज्यादा बारिश होने से लाइफ लाइन कहे जाने वाला चीलर बांध लबालब होने से मात्र तीन फीट दूर है। अब तक बांध में 21 फीट पानी आ चुका है। वहीं, निचली बस्तियों में पानी भरने से नाव से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। देवास में भी कालीसिंध पूरे उफान पर है।

शाजापुर में निचली बस्ती में 5 से 7 फीट तक पानी भरा
शाजापुर में शनिवार से हो रही बारिश निचली बस्तियों के लिए मुसीबत बन कर आई है। जिले के अरनिया कला गांव की गलियां लबालब हैं। यहां पांच से सात फीट पानी भरा हुआ है। 25 से ज्यादा दुकानों और घरों में बारिश का पानी घुस गया है। नेहरू नगर हरिजन बस्ती में में 20 से अधिक मकानों में पानी भर गया है। लगातार बढ़ते पानी को देखकर बचाव दल ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। आपदा प्रबंधन एवं बचाव दल प्रभारी बाबूलाल पांचाल ने बताया कि अरनिया कला के नेहरू नगर, हरिजन बस्ती में लोग बारिश के पानी से घिर गए थे, नाव की मदद से प्रभावितों तक पहुंचे और उन्हें सुरक्षित निकाला।

बीमार बेटे को कंधे पर उठाकर पिता ने पार किया पुल

शाजापुर में बारिश के बाद नदी नाले उफान पर है, ऐसे में कई जगह पर पुल के ऊपर से दो से तीन फीट तक पानी बह रहा है। चिल्लर नदी के उफान पर आने से बिजाना रोड स्थित बादशाही पुल पर बने ब्रिज से करीब 4 फीट ऊपर से पानी बह रहा है। जाईखेड़ा गांव में नदी के उफान पर आने से एक पिता ने अपने बीमार बेटे को कंधे पर उठाकर पुल पार किया और अस्पताल लेकर पहुंचा।