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10 वीं फेल डॉक्टर की तरह कर रही थी नवजात की डिलीवरी, ऐसे हुआ खुलासा

कोरोना महामारी ने दुनिया भर की स्वास्थ्य व्यवस्था को बिगाड़ दिया है. कोरोना के संक्रमण की वजह से अन्य मरीजों की जान को भी संकट में डाल दिया है. हर कोई बीमारी का इलाज खोजने में लग गया. वहीं राजगढ़ से जानकारी मिली कि यहां अप्रशिक्षित डॉक्टरों द्वारा ही कई मरीजों का इलाज किया जा रहा था.

महिला की डिलीवरी के दौरान बच्चे की मौत होने के बाद बड़ा खुलासा हुआ, जिसके बाद अब तक चार नवजातों की मौत की शिकायतें आ चुकी हैं.

एक साल से चल रहा था फर्जीवाड़ा

राजगढ़ जिले में ही CHL MD नाम से फर्जी नर्सिंग होम संचालित किया जा रहा था. जानकारी मिली है कि पिछले एक साल से यहां अप्रिशिक्षित और अनपढ़ डॉक्टर महंगे दामों में इलाज कर रहे थे. एक साल तक इनका अवैध काम जारी रहा, लेकिन प्रशासन को अब इस बात की जानकारी हुई. जब डिलीवरी के दौरान एक बच्चे की मौत हो गई.

तीन अन्य पीड़ितों ने भी लिखवाई शिकायत

नवजात की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया, मौके पर पहुंची SDM पल्लवी वैद्य ने जांच की तो हॉस्पिटल में मौजूद तीन और लोगों ने शिकायत की. उन्होंने आरोप लगाए कि हॉस्पिटल में इलाज के दौरान लापरवाही बरती जा रही है, जिस कारण उनके बच्चों की भी मौत हो गई. SDM ने कार्रवाई करते हुए पंचनामा बनाया और हॉस्पिटल को सील कर दिया.

सरकारी ऑक्सीजन सिलेंडर भी मिले

जांच की तो पता लगा कि हॉस्पिटल में बच्चों की डिलीवरी के लिए अप्रशिक्षित स्टाफ भर्ती है. अब तक मिली जानकारी में बताया गया कि हॉस्पिटल में डिलीवरी के दौरान कई और बच्चों की मौत हो चुकी है. लेकिन अब तक चार ही लोगों ने शिकायत की, जांच में कई और लोग भी खुलासा कर सकते हैं. आगे जांच में चौंकाने वाला खुलासा ये हुआ नर्सिंग होम से सरकारी ऑक्सीजन सिलेंडर भी मिले, जिनका उपयोग कोविड मरीजों के इलाज के लिए होता आया है. अंदेशा लगाया जा रहा है कि ये सिलेंडर सरकारी अस्पताल से चोरी कर यहां लाए गए.

दसवीं फेल कर रहे थे इलाज

SDM ने आगे जांच की तो पता लगा हॉस्पिटल में एक भी प्रशिक्षित डॉक्टर नहीं है. यहां तक कि 10वीं फेल नर्सिंग स्टाफ बच्चों की डिलीवरी कर रहा है, अस्पताल में रजिस्टर तक मैंटेन नहीं किया जा रहा. जिन चार बच्चों की मौत की शिकायतें मिलीं, शुरुआती जांच में पता चला कि उनकी डिलीवरी भी नए भर्ती स्टाफ द्वारा ही की गई.

नागरिकों ने की रासुका की मांग

SDM वैद्य ने जांच में हॉस्पिटल को अवैध पाते हुए उसे सील कर दिया, उनकी जांच जारी है. लेकिन वहां मौजूद मरीजों के परिजन और अन्य लोगों ने नागरिकों की जान से खिलवाड़ करने वाले अस्पताल संचालक समेत पूरे स्टाफ पर रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत कार्रवाई की मांग की. इस दौरान वहां उपस्थित लोगों ने जमकर नारेबाजी भी की. SDM ने कहा कि मामले में जांच जारी है, सभी आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.