मेट्रो ट्रेन का पांचवां रैक भोपाल पहुंचा, सितंबर तक शुरू होगा संचालन, जानें इससे जु़ड़ी कुछ खास बातें…
भोपाल : भोपाल में सितंबर 2024 से मेट्रो का कमर्शियल ट्रेन शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके लिए एम्स से सुभाष नगर के बीच प्रायोरिटी कॉरिडोर का काम तेजी से किया जा रहा है। मंगलवार को मेट्रो का पांचवा रैक भोपाल पहुंच गया है। अब इसका सेफ्टी ट्रायल किया जाएगा। इस ट्रायल में ट्रेन की गति, ब्रेकिंग सिस्टम, सिंगलिंग सिस्टम और अन्य सुरक्षा सुविधाओं का परीक्षण किया जाएगा। आपको बता दें, इससे पहले चार मेट्रो ट्रेन शहर में आ चुकी है पहले चरण में 27 मेट्रो ट्रेन का संचालन किया जाना है इनमें पांच ट्रेन आने के बाद 22 और ट्रेन आना बाकी है। मंगलवार को मेट्रो का पांचवा रैक चेन्नई के कोयंबेडु रेल मार्ग से भोपाल लाया गया था यह एक 180 मीटर लंबा और 3.2 मीटर चौड़ा है। इसमें चार मोटर कार और दो ट्रेलर कार है। यह रैक 900 यात्रियों को ले जाने की क्षमता रखता है।
3 अक्टूबर 2023 को हुआ था पहला ट्रायल रन
3 अक्टूबर 2023 को मेट्रो का पहला ट्रायल रन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ था। इससे ट्रायल रन में मेट्रो ट्रेन की गति ब्रेकिंग सिस्टम और सिंगलिंग सिस्टम का परीक्षण किया गया था। ट्रायल रन के बाद मेट्रो ट्रेन की रूटीन टेस्टिंग आरकेएमपी से सुभाष नगर डिपो के बीच की जा रही है। इस टेस्टिंग में मेट्रो ट्रेन के पार्ट्स और उसके कम्युनिकेशन सिस्टम को बारीकी से ज्यादा जांचा जा रहा है। रूटिंग टेस्टिंग के बाद मेट्रो ट्रेन और ट्रैक का वेलिडेशन किया जाएगा। इस वेलिडेशन से यह देखा जाएगा की मेट्रो ट्रेन और ट्रैक में कोई कमी तो नहीं है।
हबीबगंज नाके के पास स्टील ब्रिज
हबीबगंज नाके के पास स्टील ब्रिज बनाने का काम अभी चल रहा है। यह ब्रिज मेट्रो ट्रेन के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ट्रेन को रेलवे लाइन पार करने में मदद करेगा। स्टील ब्रिज बनते ही एम्स से सुभाष नगर तक मेट्रो का कमर्शियल रैक शुरू कर दिया जाएगा यह उम्मीद है कि सितंबर 2024 तक मेट्रो का संचालन शुरू हो जाएगा।
भोपाल मेट्रो की क्या-क्या खासियत
1. भोपाल मेट्रो में दो इंटरचेंज स्टेशन होंगे, जो दो अलग-अलग लाइनों को जोड़ेंगे।
भोपाल जंक्शन: यह लाइन 1 (करोंद से भदभदा) और लाइन 2 (एम्स से सुभाष नगर) को जोड़ेगा।
रानी कमलापति: यह लाइन 1 (करोंद से भदभदा) और लाइन 3 (बरखेड़ी से एम्स) को जोड़ेगा।
2. भोपाल मेट्रो में दो स्टील ब्रिज होंगे, जो ट्रेनों को रेलवे लाइन पार करने में मदद करेंगे।
हबीबगंज नाके के पास: यह लाइन 2 (एम्स से सुभाष नगर) पर स्थित होगा।
करोंद के पास: यह लाइन 1 (करोंद से भदभदा) पर स्थित होगा।
3. भोपाल मेट्रो में दो डिपो होंगे, जहां ट्रेनों को रखा जाएगा, उनकी मरम्मत और रखरखाव किया जाएगा।
सुभाष नगर: यह लाइन 2 (एम्स से सुभाष नगर) पर स्थित होगा।
करोंद: यह लाइन 1 (करोंद से भदभदा) पर स्थित होगा।
4. सुरक्षा: भोपाल मेट्रो में आधुनिक सुरक्षा सुविधाएं होंगी।
सीसीटीवी कैमरे: सभी स्टेशनों और ट्रेनों में सीसीटीवी कैमरे होंगे।
फायर अलार्म: सभी स्टेशनों और ट्रेनों में फायर अलार्म होंगे।
सुरक्षा गार्ड: सभी स्टेशनों और ट्रेनों में सुरक्षा गार्ड होंगे।
5. भोपाल मेट्रो में यात्रियों के लिए कई सुविधाएं होंगी, जैसे सभी स्टेशनों पर लिफ्ट और एस्केलेटर होंगे।
सभी स्टेशनों पर टिकट वेंडिंग मशीन होंगी। सभी स्टेशनों पर एटीएम और वाई-फाई सुविधा उपलब्ध होगी।
6. भोपाल मेट्रो पर्यावरण के अनुकूल होगी, क्योंकि यह बिजली से चलेगी। भोपाल मेट्रो शहर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी, क्योंकि यह लोगों को आसानी से और जल्दी से एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने में मदद करेगी।
8. भोपाल मेट्रो शहर की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देगी, क्योंकि यह रोजगार के अवसर पैदा करेगी और पर्यटन को बढ़ावा देगी।
9. भोपाल मेट्रो शहर की यातायात समस्याओं को कम करने में मदद करेगी, क्योंकि यह लोगों को कारों और बसों के बजाय मेट्रो का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करेगी। भोपाल मेट्रो शहर के लोगों के जीवन स्तर को भी बेहतर बनाएगी, क्योंकि यह उन्हें अधिक समय और पैसा बचाने में मदद करेगी।