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घोड़े पर सवार होकर सवार होकर प्रदर्शन करने पहुँच गए किसान

किसानों की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है आवारा पशु। किसान अपने खून-पसीने की कमाई से फसल को तैयार करता है। लेकिन आवारा पशु उसे चंद मिनटों में खेत में ही चट कर जाते हैं। इस समस्या से पूरे राज्यभर के किसान परेशान हैं। किसान वक्त-वक्त पर इस समस्या से निजात दिलाने के लिए सरकार व प्रशासन से माँग करते रहे हैं। लेकिन प्रशासन के कानों पर जूं तक। नहीं रेंगती है। इससे परेशान होकर रतलाम में शुक्रवार को कांग्रेस कार्यकर्ता और किसान घोड़े पर सवार होकर गुहार लगाने पहुंचे। जिले के किसान, जंगली जानवर नीलगाय की बढ़ती तादाद से परेशान हैं। नीलगाय आए दिन किसानों की फसलें बर्बाद कर रही हैं। ऐसे में फसलों को बचाने और समस्या के समाधान के लिए कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन सौंपकर प्रदर्शन किया।वर्षों से समस्या बता रहे किसान, लेकिन नहीं हो रहा समाधानकिसानों का कहना है कि वर्षों से हम नीलगाय की समस्या के लिए विज्ञापन और प्रदर्शन करते आए हैं, लेकिन अब तक समाधान नहीं हुआ। हमारी बात शासन तक पहुंचे इसके लिए अलग ढंग से घोड़े पर बैठकर प्रदर्शन करने आए हैं।दरअसल रतलाम जिले में नीलगाय का आतंक बढ़ता जा रहा है। सबसे ज्यादा समस्या जावरा, आलोट, सैलाना और रतलाम ग्रामीण क्षेत्रों में है जहां सैकड़ों कि संख्या में नीलगाय, खेतों में डेरा डालकर फसलों को खा रहे हैं। साथ ही, यह जानवर अब लोगों पर हमला भी कर रहे हैं।नीलगाय से हादसे भी हो रहे हैंरात के समय सड़कों पर वाहनों से भी नीलगाय के टकराने की घटनाएं हो रही हैं। किसानों को नीलगाय से, फसलों को बचाने के लिए रात रात भर खेतों कि रखवाली करनी पड़ रही है। जिसके बाद परेशान किसान इस समस्या से निजात दिलवाने के लिए अब लगातार आंदोलन कर रहे हैं।