भाजपा की कथनी और करनी का अंतर दृष्टि पत्र से उजागर हुआ, कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में अंजली शुक्ला ने बोला हमला
इंदौर । कांग्रेस के महापौर पद के प्रत्याशी संजय शुक्ला की पत्नी अंजली शुक्ला ने कहा है कि भाजपा के द्वारा कल जारी किए गए दृष्टि पत्र से उसकी कथनी और करनी का अंतर उजागर हो कर सामने आ गया है । 20 सालों की नाकामियों को एक बार फिर झूठे वादों के सहारे ढकने की कोशिश की गई है ।
वे शहर के विभिन्न क्षेत्रों में कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में जनसंपर्क करने और बैठकों के दौरान नागरिकों से संवाद कर रही थी । उन्होंने कहा कि भाजपा के द्वारा जो दृष्टि पत्र जारी किया गया है । इस दृष्टि पत्र में शहर के विकास की कोई दृष्टि ही नहीं है । पिछले 20 सालों से नगर निगम की सत्ता पर काबिज भाजपा के द्वारा शहर को समस्याओं का टापू बना दिया गया है । अपने दृष्टि पत्र में भाजपा को यह बताना चाहिए था कि शहर में आज चारों तरफ फैली समस्याएं क्यों है । इन समस्याओं का समाधान अब तक क्यों नहीं किया जा सका । इन सवालों का जवाब देने के बजाय भाजपा ने एक बार फिर झूठे वादों की झड़ी अपने दृष्टि पत्र में लगा दी । इस दृष्टि पत्र मैं इंदौर शहर को विकसित इंदौर के रूप में तैयार करने की दृष्टि का अभाव है ।
उन्होने दिगंबर जैन समाज सामाजिक संसद इंदौर , श्री दिगंबर जैन महिला महासमिति इंदौर, श्री दिगंबर जैन महिला परिषद इंदौर व दिगंबर जैन समाज महिला प्रकोष्ठ, इंदौर के द्वारा
पंजाब अरोड़वंशी धर्मशाला, साउथ तुकोगंज मे आयोजित बैठक मे भाग लिया । इसके अलावा वार्ड 45 मे मालवा मिल क्षेत्र मे पार्षद प्रत्याशी शिव सावरी, रवि वर्मा, सुरेश चौधरी, अशोक टंटू शर्मा के साथ जनसंपर्क किया ।
भाजपा के महापौर उम्मीदवार झूठ पत्र!
इंदौर नगर निगम पर 20 साल तक राज करने वाली भारतीय जनता पार्टी के महापौर पद के उम्मीदवार ने अगले पांच साल के लिए फिर नए वादे किए। वास्तव में तो यह पार्टी और उम्मीदवार दोनों की कमजोरी ही कही जाना चाहिए। अफसोस इस बात का कि भाजपा के महापौर उम्मीदवार के 'दृष्टि और वचन पत्र' में कोई भी वादा नया नहीं है। अधिकांश वादे कांग्रेस के दृष्टिपत्र से नक़ल कर लिए गए। उससे भी बड़ी बात यह कि भाजपा उम्मीदवार के वादों की फेहरिस्त में वे वादे भी शामिल हैं,जो पिछली और उससे पिछली बार उनके महापौर उम्मीदवार ने किए थे! लगता है उन्हें दोहराकर भाजपा ने इस बात को स्वीकार कर लिया कि उनके पूर्व महापौर अपने कार्यकाल में अपने ही किए वादे पूरे नहीं कर पाए! भाजपा के पूरे घोषणा पत्र में एक भी ऐसा वादा नहीं है, जिसे नया कहा जाए!
मकानों के नक़्शे पास करने का वादा इस बात का प्रमुख उदाहरण है। पिछली बार भी समयबद्ध ऑनलाइन नक़्शे पास करने का वादा किया गया था। लेकिन, ऐसा कुछ नहीं हुआ! बल्कि, नक़्शे पास करने में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार हुआ, ये पूरा शहर जानता है। जबकि, कांग्रेस ने 500 वर्गफीट के नक़्शे मुफ्त में पास करने और इस काम को समयबद्ध पूरा करने का वादा किया है।
भाजपा उम्मीदवार ने राज्य सरकार और केंद्र सरकार की योजनाओं को अपने खाते में दर्ज करने की बेशर्म कोशिश की। इंदौर एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय बनाने में नगर निगम का क्या योगदान होता है, ये सब जानते हैं। इंदौर में मेट्रो ट्रेन योजना भी केंद्र सरकार की योजना है, न कि नगर निगम की। टीसीएस और इंफोसिस जैसी बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनियां भी नगर निगम की पहल से इंदौर नहीं आई! इंदौर महानगर के विस्तार में महू और पीथमपुर को जोड़ना राज्य सरकार की योजना है, न कि नगर निगम की।
■ जिस नगर निगम के कर्मचारियों ने रोज कमाने-खाने वाले गरीबों के हाथ ठेले हथौड़े से तोड़ दिए हों, उसी पार्टी के उम्मीदवार ने अपने दृष्टिपत्र में उनके लिए वेंडर मार्केट की घोषणा की, जो हास्यास्पद है। ये उनके दर्द पर नमक छिड़कने जैसा कृत्य है।
■ 20 साल नगर निगम पर राज करने वाली भाजपा के उम्मीदवार नर्मदा जल को घर-घर पहुंचाने का वादा कर रहे हैं, तो पिछले चार कार्यकाल में क्या हुआ ये भी बता देते! आज भी आधा शहर प्यासा है।
■ भिक्षुक योजना का जो वादा किया गया, वो तो डेढ़ साल में निगम कमिश्नर ने काफी तक पूरा भी कर लिया, फिर भी उसे वादे में जोड़ दिया गया!
■ नगर निगम की ‘दीनदयाल रसोई योजना’ तो शुरू होकर फ्लॉप भी हो गई, उसी फ्लॉप योजना को इस बार के वादों में जोड़ने का आशय समझ नहीं आया।
■ शहर के अधिकांश बगीचों में ओपन जिम शुरू हुए सालभर से ज्यादा हो गया, उसे नए वादे के रूप में जोड़कर क्या सिर्फ वादों की संख्या बढ़ाई गई है!
और अंत में … भाजपा उम्मीदवार के दृष्टि और वचन पत्र में उम्मीदवार पुष्यमित्र भार्गव के परिचय में कान्ह नदी शुद्धिकरण में श्रमदान का उल्लेख किया गया है! यह भी दर्ज किया गया कि उन्होंने 1000 किलो कचरा निकाला! क्या मेरे किसी भाजपा साथी इस बात की जानकारी थी? क्या कभी मीडिया ने इसे प्रकाशित और प्रसारित किया? ये एक नया झूठ है, जो शहर के उन जागरूक नागरिकों के सामने बोला गया जो सबकी खबर रखते हैं!