उज्जैन के महाकाल मंदिर की भस्म आरती मैं प्रवेश बंद को रोना के बढ़ते मामलों को लेकर हुआ फैसला
मध्य प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सरकार द्वारा धीरे-धीरे प्रतिबंध बढ़ाया जा रहा है. इस बीच धार्मिक नगरी उज्जैन में भगवान महाकाल की भस्म आरती में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश एक बार फिर बंद कर दिया गया है. उज्जैन के इतिहास में दूसरी बार प्रवेश बंद करने का आदेश जारी हुआ है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा कोरोना के लेकर की गई घोषणा के बाद इस तरह के प्रतिबंध सामने आ रहे हैं.श्रद्धालुओं के प्रवेश पर लगी रोकउज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि भगवान महाकाल की भस्म आरती में प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. देशभर के श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन करने के साथ-साथ भस्म आरती में सम्मिलित होते हैं. ऐसी स्थिति में श्रद्धालु लगभग दो से ढाई घंटे तक मंदिर परिसर में आरती के दौरान बैठते हैं. ऐसी स्थिति में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. इसे दृष्टिगत रखते हुए फिलहाल भगवान महाकाल की भस्म आरती में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश रोक दिया गया है. कलेक्टर ने बताया कि कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर काफी सतर्कता बरती जा रही है.मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में नाइट कर्फ्यू लागू करने को लेकर एलान भी कर दिया है. इसके बाद भगवान महाकाल के दरबार में विशेष रूप से सतर्कता बरतने के लिए यह कदम उठाया गया है. महाकाल महाकाल मंदिर समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि देशभर के श्रद्धालु भगवान महाकाल की भस्म आरती में सम्मिलित होने के लिए आते हैं. भस्म आरती प्रमुख रूप से आकर्षण का केंद्र रहती है. आरती विधिवत नियम अनुसार निर्धारित समय पर होगी, मगर आरती में आम श्रद्धालु प्रवेश नहीं कर पाएंगे. पूर्व में भी इस प्रकार का आदेश जारी हो चुका है. भगवान महाकाल के दरबार में लगभग 18 महीने तक भस्म आरती में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश नहीं हो पाया था. आज से नए नियम को फिर लागू कर दिया गया है.