पुलवामा हमले की बरसी, देश शहीदों को याद करके “कर रहा नमन “
देश आज 14 फरवरी 2019 को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए हमले की तीसरी बरसी मना रहा है। इस मौके पर भयावह हमले में शहीद सीआरपीएफ के 40 जवानों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है। पीएम नरेंद्र मोदी ने शहीदों के बलिदान को याद किया है। वहीं, कांग्रेस नेता शशि थरूर ने शहीदों को सलाम के साथ ही इस मौके पर बड़ा सवाल उठाया है। पुलवामा हमले के शहीदों को सेना प्रमुख एमएम नरवणे ने भी श्रद्धांजलि दी है। आज से तीन साल पहले पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों की एक बस से जैश के आतंकियों ने शक्तिशाली विस्फोटक से लदी कार भिड़ा दी थी। धमाके में 40 से ज्यादा जवानों की मौत हो गई थी। हालांकि यह हमला जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के सफाए में मील का पत्थर साबित हुआ। इसके बाद भारत ने पीओके में घुसकर एयर स्ट्राइक की और पाक आतंकियों के अड्डों को तबाह किया।पीएम नरेंद्र मोदी ने यह कहा-‘मैं 2019 में आज के दिन पुलवामा में शहीद हुए सभी लोगों को श्रद्धांजलि देता हूं और हमारे देश के लिए उनकी उत्कृष्ट सेवा को याद करता हूं। उनकी बहादुरी और सर्वोच्च बलिदान प्रत्येक भारतीय को एक मजबूत और समृद्ध देश की दिशा में काम करने के लिए प्रेरित करता है।’अमर वीरों को शत शत नमन : योगीयूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी ट्वीट कर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने लिखा, ‘पुलवामा आतंकी हमले में बलिदान हुए मां भारती के अमर वीर सपूतों को शत-शत नमन एवं विनम्र श्रद्धांजलि! आप सबका बलिदान समाज पर ऋण है। आप सभी का त्याग आतंकवाद के विरुद्ध हम सभी को एकजुट करता है। जय हिंद!’क्यों व कैसे हुआ यह हमला, विचार जरूरी : थरूरकांग्रेस नेता शशि थरूर ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा, हमारे पुलवामा शहीद परंपराग शोक-श्रद्धांजलि से ज्यादा के हकदार हैं। यह हमला क्यों व कैसे हुआ? इस बड़ी चूक के लिए कौन जिम्मेदार था? हम यह सुनिश्चित करने के लिए क्या कदम उठा रहे हैं कि ऐसे फिर कभी न हों? शहीदों की याद में इन सवालों पर विचार माकूल होगा।’सीएम हिमंत सरमा का आरोप थरूर ने किया सेना का अपमान उधर, असम के सीएम हिमंत बिश्व सरमा ने सवाल उठाने के लिए विपक्ष पर पलटवार किया है। सरमा ने ट्वीट कर कहा कि पुलवामा हमले की बरसी पर विपक्ष ने फिर हमारे शहीदों व एयर स्ट्राइक का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि गांधी परिवार के प्रति वफादारी दिखाने के प्रयास में उन्होंने (थरूर) सेना के साथ विश्वासघात किया है।