ढाई माह से वेतन को तरस रहे अध्यापक
टीकमगढ़। जिले में कोरोना संक्रमण के चलते टीकमगढ़ और बल्देवगढ़ ब्लॉक के अध्यापक संवर्ग का दो महीने से भुगतान नहीं हो पाया है।
इस मामले में टीकमगढ़ बीईओ का कहना है कि कुछ डाटा डिलिट होने के कारण और बजट के अभाव में देरी हुई है। वहीं ट्रेजरी आफिसर का तर्क है कि बिल नहीं मिलने से अध्यापकों का वेतन भुगतान नहीं हो पाया। उन्होंने बताया कि अभी बजट का कोई अभाव नहीं है।
दोनों ब्लॉक के अधिकांश अध्यापकों की क्वारेंटाइन सेंटरों पर ड्यूटी लगाई गई है। वहीं जुलाई महीने में शिक्षकों को बच्चों के घर-घर जाकर हमारा घर-हमारा विद्यालय अभियान के तहत मानीटरिंग करना है। शिक्षकों का तर्क है कि हम पिछले तीन महीनों से शासन प्रशासन के निर्देशानुसार अपना काम कर रहे हैं।
बावजूद पिछले दो महीने से हमारी वेतन का भुगतान न होने से परिवार के भरण पोषण का संकट अब हमारे सामने हैं। ऐसे में हम हमारा घर देखें या हमारा विद्यालय। अध्यापकों का कहना है कि वेतन फिक्शेसन का काम जिस कछुआ गति से हो रहा है उसे देखकर नहीं लगता कि इस महीने भी हमें वेतन मिल पाएगी।
हैरान करने वाली बात यह है कि जिस वेतन फिक्शेसन के काम में 5 से 7 मिनट का समय लगता है। जिम्मेदार उसी का हवाला देकर पल्ला झाड़ रहे हैं और बजट के अभाव का रोना रो रहे हैं। जबकि ट्रेजरी आफिसर के अनुसार टीकमगढ़ व बल्देवगढ़ ब्लॉक के अध्यापकों के बिल अब तक नहीं भेजे जाने की बात कही। जिससे अध्यापकों की वेतन जारी नहीं हो पाया। जबकि जतारा में मई माह में कुल 763 अध्यापकों का एप्लाय कोड जारी होने के बाद भुगतान किया गया।