4 सीटों पर कांग्रेस में फंसा पेंच, दावेदारों से की आमने सामने चर्चा करेंगे प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक
भोपाल। मध्य प्रदेश की 28 विधान सभा सीट पर उपचुनाव के लिए कांग्रेस 24 उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। लेकिन बची 4 सीटें उसके लिए दावेदारों के बीच मारामारी और प्रतिस्पर्धा दिग्गजों को मुश्किल में डाल दिया है। इसी क्रम में प्रत्याशियों के नाम तय करने के लिए प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक को आज वन टू वन चर्चा करना पड़ी। लेकिन नाम फिर भी तय नहीं हो पाए।
उप चुनाव के लिए उसने 24 प्रत्याशी तो फौरन घोषित कर दिए। लेकिन बची 4 सीटें उसे परेशान कर रही हैं। इन सीटों पर चेहरे तय करने के लिए वो मुश्किल में पड़ गई है। कांग्रेस के लिए सबसे ज्यादा मुश्किल वाली 3 सीटें मुरैना, मेहगांव और बड़ा मलहरा बन गई हैं।
एक सीट और अनेक दावेदार
इन सीटों पर कांग्रेस नेताओं के इतने नेताओं की दावेदारी है कि पार्टी किसी एक चेहरे को तय करने में मुश्किल में है। 4 सीटों पर फंसे पेंच के समाधान के लिए प्रदेश कांग्रेस प्रभारी मुकुल वासनिक शुक्रवार को भोपाल आए। प्रदेश कांग्रेस दफ्तर में मुरैना, मेहगांव और बड़ा मलहरा सीट के दावेदारों से उन्होंने वन टू वन मुलाकात कर चर्चा की। कांग्रेस के लिए जिन दो सीटों पर सबसे ज्यादा मुश्किल है, उनमें मुरैना और मेहगांव सीट हैं। इन्हीं सीटों के दावेदारों से मुकुल वासनिक ने चर्चा की है। मुरैना सीट पर राकेश मावई प्रबल दावेदार हैं। प्रदेश किसान कांग्रेस के अध्यक्ष दिनेश गुर्जर भी यहां अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। अपनी दावेदारी के समर्थन में दिनेश गुर्जर मुरैना जिले के कई ब्लॉक अध्यक्ष और कांग्रेस नेताओं को लेकर यहां पहुंचे। राकेश मावई ने भी अपने समर्थकों के साथ मुकुल वासनिक से मुलाकात कर अपनी दावेदारी रखी।
मेहगांव में किसे मिलेगा टिकट
दूसरी सीट मेहगांव है. इस सीट पर चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी, राहुल सिंह भदौरिया और हेमंत कटारे दावेदार हैं। इन सबने भी मुकुल वासनिक से मुलाकात कर अपना दावेदारी पेश की.पिछले चुनाव से पहले राकेश सिंह चतुर्वेदी कांग्रेस छोड़ बीजेपी में चले गए थे। अब फिर से वो कांग्रेस में लौटे हैं। हेमंत कटारे को 2018 में भी टिकट मिला था लेकिन वो हार गए थे।
बड़ा मलहरा फंसा पेच
तीसरी सीट बड़ा मलहरा है। यहां पर जाति समीकरण को लेकर उम्मीदवार के नाम पर पेच फंसा हुआ है। बड़ा मलहरा सीट पर करीब आधा दर्जन दावेदारों ने अपनी दावेदारी पेश की है। ये सीट कांग्रेस विधायक लोधी के पार्टी छोड़ बीजेपी में जाने ने के कारण खाली हुई है।
ब्यावरा में किसे मिलेगा तवज्जो
वही चौथी सीट राजगढ़ की ब्यावरा है। ये इलाका पार्टी के खाटी नेता दिग्विजय सिंह का है। इसलिए यहां टिकट वितरण में उन्हीं की पसंद को तवज्जो दी जाती है। इसलिए इस सीट पर पार्टी दिग्विजय सिंह की राय पर ही अपना उम्मीदवार उतारेगी।
हम सब एक हैं
मुकुल वासनिक से मुलाकात के बाद मेहगांव सीट के दावेदार हेमंत कटारे ने कहा कि पार्टी जिस चेहरे पर मुहर लगाएगी उसके साथ दावेदार खड़े रहेंगे। वहीं मुरैना सीट पर दावेदार दिनेश गुर्जर ने कहा विवाद के हालात नहीं हैं लेकिन सभी चाहते हैं कि टिकट मिले। इसलिए सभी दावेदारों ने अपनी-अपनी बात रखी है। अपनी दावेदारी पार्टी नेताओं के सामने रखा है. अब पार्टी को चेहरा तय करना है।