Madhya Pradesh

आवारा जानवर बने लोगों की मुसीबत

ग्वालियर: नगर निगम की सीमा में आने वाली विभिन्न् सड़कों, चौराहा और गली मोहल्ले में आवारा जानवर हर दिन बैठे हुए देखे जाते हैं. हालांकि इनको पकड़ने के लिए निगम द्वारा अभियान चलाया जा रहा है लेकिन वह केवल कागजों में दिख रहा है. क्योंकि अभी भी शहर की सड़कों पर 16 हजार से अधिक जानवर हर गली चौराहा पर बैठे रहते हैं. यह आवारा जानवरों में शामिल सांड अभी तक पांच लोगों की जान ले चुके हैं, जबकि करीब डेढ़ दर्जन से अधिक लोगों को घायल भी कर चुके हैं. इन सबके बाद भी नगर निगम के जिम्मेदारों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है. रविवार को भी अधिकतर चौराहा और मैन रोड पर आवारा जानवर बैठे हुए नजर आए. इन आवारा पशुओं के चलते सड़कों से गुजरने वाले रहगीरों में भी डर देखा जा रहा है.

उल्लेखनीय है कि फरवरी में नादरिया माता मंदिर के पास रहने वाले प्लंबर गणेश चौरसिया अपने दोस्तों के साथ काम खत्म कर घर जा रहा था. तभी एसएएफ चौदह बटालियन कंपू के सामने एक आवारा जानवर ने उस पर हमला कर दिया. गंभीर रूप से घायल गणेश के इलाज के दौरान मौत हो गई। अभी हाल ही में गिरवाई क्षेत्र में एक आवारा सांड ने एक युवक को भी टक्कर मार दी थी जिसकी इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई. लेकिन नगर निगम अमले का इस ओर कोई ध्यान नहीं है जब कोई घटना हो जाती है तो वह एक दो दिन अभियान चलाकर इश्री कर लेता है. नगर निगम की लापरवाही की सजा सड़क पर आम इंसान आए दिन भुगत रहे हैं.