एक ऐसा अभिनेता जिसकी आवाज़ ही फ़िल्म हिट के लिये काफी थी, ऐसे कुछ दिलीप कुमार के एवरग्रीन डायलॉग
हिंदी फिल्मों के अभिनय सम्राट दिलीप कुमार नहीं रहे. अपने बेमिसाल अभियन के चलते ट्रेजडी किंग के नाम से मशहूर रहे 98 साल के दिलीप साहब ने आज सुबह 7.30 बजे अंतिम सांस ली. दिलीप कुमार को सांस लेने में दिक्कत के चलते 29 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वे काफी दिनों से बीमार चल रहे थे.
दिलीप कुमार के पारिवारिक मित्र फैजल फारूक़ी ने आज ट्विटर के जरिए यह दुखद खबर देते हुए लिखा, बहुत भारी दिल से ये कहना पड़ रहा है कि अब दिलीप साब हमारे बीच नहीं रहे. निधन की खबर मिलते ही इंडस्ट्री में शोक की लहर है. सभी सितारे उनके निधन पर दुख व्यक्त कर रहे हैं. सुबह करीब 9 बजे हिंदुजा अस्पताल के डॉक्टरों ने प्रेस से बात करते हुए बताया कि दिलीप साहब का आज सुबह करीब 7.30 बजे निधन हो गया. उनका अंतिम संस्कार आज शाम 5 बजे मुंबई के सांताक्रूज कब्रिस्तान में किया जाएगा.
फ़िल्मी सफर
करीब पांच दशकों के दौरान उन्होंने 65 से ज्यादा फिल्मों में काम किया. दिलीप कुमार की मशहूर फिल्मों में अंदाज़ (1949), आन (1952), दाग (1952), देवदास (1955), आजाद (1955), मुगल-ए-आज़म (1960), गंगा जमुना (1961), राम और श्याम (1967) बेहद खास हैं. दिलीप कुमार को 1994 में फिल्म जगत के सबसे बड़े पुरस्कार दादा साहब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था. उन्हें भारत सरकार ने देश का दूसरा सबसे बड़ा सम्मान पद्म विभूषण और पद्म भूषण भी प्रदान किया था. वे साल 2000 से 2006 तक राज्य सभा में मनोनीत सदस्य भी रहे.
दिलीप कुमार के एवरग्रीन डायलॉग जो आपकी पुरानी यादें ताज़ा कर देंगे