मध्यप्रदेश के शहडोल जिला अस्पताल में अब तक 23 बच्चों की मौत
मध्यप्रदेश के शहडोल जिला अस्पताल में बच्चों की मौत का सिलसिला टूटने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को यहां पर दो और बच्चों की मौत हो गई, जिसके बाद जिला अस्पताल में जान गंवाने वाले बच्चों की संख्या 23 हो गई है। रविवार को जान गंवाने वाली एक बच्ची की मौत का कारण सांस की नली में दूध जाना बताया जा रहा है तो दूसरी बच्ची ने बुखार और सर्दी की वजह से दम तोड़ दिया। जिला अस्पताल में दो और बच्चों की मौत के बाद एक बार फिर हड़कंप मच हुआ है।
अस्पताल लाने से पहले हुई मौत
अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. जीएस परिहार का कहना है कि रविवार दोपहर करीब 12 बजे उमरिया जिले के टिकुरी टोला (पाली) से चार माह की बच्ची सुहानी को अस्पताल लाया गया।
लेकिन आने से तक वो दम तोड़ चुकी थीं। चिकित्सक उसे तुरंत पीआईसीयू में ले गए, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। एसएनसीयू और पीआईसीयू प्रभारी डॉ. निशांत प्रभाकर के अनुसार प्रारंभिक जांच में बच्ची की मौत बुखार और सर्दी से होने की बात सामने आई है।
ऐसे गई दूसरी बच्ची की जान
चिकित्सकों के अनुसार दूसरी बच्ची की मौत सांस की नली में दूध जाने की वजह से हुई है। दरअसल, उसकी मां बच्ची को दूध पिलाते-पिलाते सो गई, जो उसकी सांस की नली में चला गया। जब मां की नींद खुली तो बच्ची की सांसें थम चुकी थीं।
अब तक 23 बच्चों की मौत
आपको बता दे कि जिला चिकित्सालय के एनएनसीयू में इस वक्त कुल 28 बच्चे भर्ती हैं, जबकि पीआईसीयू में 7 बच्चों का उपचार चल रहा है। ध्यान रहे कि 26-27 नवंबर की रात से अब तक जिला अस्पताल में 23 बच्चों की मौत हो चुकी है। महिला एवं बाल विकास विभाग के मैदानी अमले ने रविवार को 48 गांवों में सर्वे किया। इस दौरान 839 बच्चों की स्क्रीनिंग की गई, जिनमें 76 बच्चे बीमार मिले।