शिवराज सरकार हुई क्वारंटीन, उपचुनाव की तैयारी पर लगा ब्रेक
भोपाल। मध्य प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच शिवराज सरकार क्वारेंटीन हो गई है।मुख्यमंत्री और 3 मंत्रियों सहित 6 विधायक कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। कोरोना के कारण भाजपा के उपचुनाव की तेयारी पर ब्रेक लग गया है। भाजपा के इस हाल से कांग्रेस ने सबक लेते हुए नेता वर्चुअल और ऑनलाइन संपर्क पर जोर देने लगी है।
मुख्यमंत्री शिवराज और चार मंत्रियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद ये सभी अस्पताल में हैं और इनके संपर्क में आने वाले मंत्रियों ने खुद को होम क्वारेंटीन कर लिया है। कृषि मंत्री कमल पटेल और वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा इनके संपर्क में आने के कारण क्वारेंटीन हैं, वहीं कुछ मंत्रियों ने रिपोर्ट के इंतज़ार में खुद को होम क्वारेंटीन कर रखा है। साथ ऐसे भी मंत्री हैं जिन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज के कोरोना संक्रमित होने के बाद आम लोगों से सीधा संपर्क करना बंद कर दिया है।
भाजपा संगठन भी बीमार
यही हाल भाजपा संगठन का है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा और संगठन मंत्री सुहास भगत के कोरोना संक्रमित होने के बाद पार्टी के कई नेता होम क्वॉरेंटीन हो गए हैं। बीजेपी दफ्तर में सन्नाटा है। उपचुनाव को लेकर जिस तेजी से नेता और कार्यकर्ता सक्रिय हो गए थे वो अब सब अपने घरों को लौट गए हैं। नेताओं ने फिलहाल पार्टी कार्यकर्ताओं से दूरी बना ली है।
कांग्रेस ने लिया सबक
भाजपा नेताओं के कोरोना संक्रमित होने पर कांग्रेस ने सबक लते हुए एहतियात बरतना शुरू कर दिया है। उप चुनाव की तैयारी में लगे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अब मुलाकातों का दौर कम कर दिया है और वर्चुअल बैठक के जरिए पार्टी नेता और कार्यकर्ताओं से संपर्क कर रहे हैं। उन्होंने पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर चुनाव की रणनीति पर मंथन किया। साथ ही ग्वालियर चंबल संभाग के कांग्रेस में शामिल हुए कार्यकर्ताओं को भी ऑनलाइन सदस्यता दिलाई गई। भोपाल में टोटल लॉक डाउन होने के कारण कमलनाथ ने अब उप चुनाव की रणनीति में बदलाव किया है। वो चुनिंदा नेताओं से ही मुलाकात कर रहे हैं।