BhopalMadhya Pradesh

शिवराज सरकार में अस्पतालों में हो रही ऑक्सीजन और पानी की कमी, जिससे हुई मरीजों की मौत

भोपाल: 40 साल के मालवा निवासी राजकुमार निषाद को दिल की बीमारी थी. परिजनों का आरोप है कि बगैर जांच रिपोर्ट कोविड संक्रमित बताकर उन्हें शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया गया, जहां ऑक्सीजन नहीं मिलने से उनकी मौत हो गई. उनकी पत्नी कर्मिता ने बताया कि आखिरी बार फोन पर बातचीत हुई थी, तब उन्होंने बताया था कि पानी भी नहीं मिल पा रहा था और ऑक्सीजन भी नहीं. इस वजह से सांस लेने में उन्हें दिक्कत हुई और उनकी मौत हो गई. कर्मिता ने एनडीटीवी से कहा, “मैंने बोला मैडम पानी भी नहीं मिल रहा, ऑक्सीजन बंद हो रहा है पर किसी ने ध्यान नहीं दिया.” मीडिया में यह खबर आने के बाद नोडल अधिकारी अमित मालाकार ने इसपर संज्ञान लेने और जांच बिठाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही.

मनोज चौकसे के बहनोई, करौंद सुपर स्पेशलियटी अस्पताल में भर्ती थे… मनोज कहते हैं, “उन्हें ऑक्सीजन की जरूरत थी…पता नहीं कैसे मौत हो गई? ऑक्सीजन की जरूरत थी, फिर क्या हुआ पता नहीं चला. अस्पताव वालों ने बोला था वेंटिलेटर लगेगा, लेकिन भांजे को भेजा तो पल्स नहीं आ रही थी.” इसी अस्पताल में शोभा फ्रांसिस ने भी दम तोड़ा, उनके परिजनों ने भी ऑक्सीजन की कमी का आरोप लगाया. इस बावत एनडीटीवी ने अस्पताल प्रबंधन से बात करने की कोशिश की लेकिन बात नहीं हो पाई.

मध्य प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से मरीजों की जान जा रही है. एनडीटीवी ने पहली बार जब इस खबर को दिखाया तो सरकार ने दबी जुबान में स्वीकारा, फिर दो दिन बाद बताया गया कि केन्द्र सरकार रोजाना 50 टन ऑक्सीजन देगी, अब राज्य में कोई दिक्कत नहीं होगी लेकिन हकीकत ठीक उलट है. लोग ऑक्सीजन की कमी झेल रहे हैं. कई दुकानदारों, सप्लायरों से बात करने पर पता लगा है कि सप्लाई की दिक्कत है, दाम डेढ़ गुना तक बढ़ गये हैं आनेवाले दिनों में तकलीफ और बढ़ सकती है.
        
मध्य प्रदेश में जुलाई में हर दिन 40 टन तो अगस्त में 90 टन ऑक्सीजन की खपत हुई. सितंबर में हर दिन 1500 से ज्यादा नए कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं. लिहाजा, अब ऑक्सीजन की रोजाना खपत बढ़कर 110 टन हो गई है. हालांकि, राज्य सरकार का दावा है कि राज्य को रोजाना 130 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति हो रही है. केंद्र ने ऊपर से 50 टन देना सुनिश्चित करा दिया है. यानी मध्य प्रदेश के पास रोजाना 180 टन ऑक्सीजन सप्लाय होगा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी दावा किया है कि राज्य में ऑक्सीजन की कहीं कोई दिक्कत नहीं है.