सिंधिया जी अपने सम्मान के लिए दर-दर भटक रहे
ज्योतिरादित्य सिंधिया गत वर्ष कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे. उनके साथ कांग्रेस के विधायक भी बीजेपी में चले गए थे. जिस वजह से राज्य में कमलनाथ सरकार गिरी और बीजेपी ने पिछले दरवाजे से सरकार बना ली. ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी ने राज्यसभा भी भेजा और आश्वासन दिया गया कि आपके साथियों को राज्य में और आपको केंद्र में मंत्री बनाया जाएगा. लेकिन लगभग 15 महीने बीत जाने के बाद भी यह न हो सका. हालांकि राज्य में उनके कुछ विधायकों को मंत्री जरुर बनाया गया. लेकिन इससे सिंधिया ख़ुश नहीं हुए.
ज्योतिरादित्य सिंधिया पिछले तीन दिनों से राज्य के दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह समेत बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से मुलाकात की. इसके अलावा उन्होंने कई अन्य मंत्रियों व बीजेपी के पदाधिकारियों से मुलाकात की. इस दौरान खबर चल पड़ी की सिंधिया और बीजेपी में सब कुछ ठीक नहीं है. इस खबर चलने की वजह दिल्ली और भोपाल में चली कई बैठक थीं.
अब जब इतना कुछ हो गया तो कांग्रेस भी कहाँ पीछे रहने वाली. गत दिनों सिंधिया अपने गृह नगर ग्वालियर में थे. जहां उन्होंने पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया से मुलाक़ात की. अब इस मुलाकात पर कांग्रेस ने तंज कसा. पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ने इस मुलाकात पर कहा कि हमें तो इस बात का बड़ा दुख है. कांग्रेस में सिंधिया नेता थे, लोकसभा में उपनेता रहे और आज अपना अस्तित्व बचाए रखने के लिए दर-दर भटक रहे हैं.
गोविंद सिंह ने कहा कि इसका मुझे बड़ा दुख है, कम से कम उन्हें इस तरह दर-दर नहीं भटकना चाहिए. आपको बता दें कि सिंधिया के खिलाफ पवैया हमेशा खिलाफ रहे हैं. उनके विरोध में रहे हैं. पवैया के साथ-साथ प्रभात झा भी सिंधिया के विरोधी रहे. लेकिन सिंधिया अब बिना बुलाए उनके घर जा रहे हैं, तो कहीं न कहीं कोई स्वार्थ तो होगा ही.
आपको बता दें कि गत वर्ष जब ज्योतिरादित्य सिंधिया भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे तब
जयभान सिंह पवैया और प्रभात झा न इसका काफ़ी विरोध किया था. सिंधिया को राज्यसभा भी प्रभात झा के कार्यकाल पूर्ण होने की वजह से खाली हुई सीट से भेजा गया था. अब जब सिंधिया बीजेपी में अपने विरोधियों के बिन बुलाए मेहमान बन रहे हैं तो कांग्रेस पीछे क्यों ही रहे.