कोर्ट और सरकार के आदेश के बाद भी स्कूल वसूल रहे हैं पूरी फीस
सतना: प्राइवेट स्कूल सरकार के आदेश को धता बताते हुए फीस वसूल रहे हैं. ऐसा ही सतना जिले में मामला सामने आया है. इसको लेकर प्राइवेट स्कूलों द्वारा अभिभावकों को हर दिन मैसेज भेजे जा रहे हैं. जिसकी वजह से अभिभावक परेशान हैं और उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि वे क्या करें.
अभिभावक राजलालन यादव, विष्णुकांत त्रिपाठी, कमल कुशवाहा ने बताया कि स्कूल की स्कूल की तरफ से फुल फीस जमा कराने का दबाव बनाया जा रहा है. मामले में जिला कलेक्टर से शिकायत भी की गई थी, लेकिन कलेक्टर की तरफ से स्कूल को नोटिस देकर छोड़ दिया गया.
अभिभावकों का कहना है कि स्कूल द्वारा बच्चों को ऑनलाइन होमवर्क दिया जा रहा है. जब वे स्कूल में होमवर्क जमा कराने जाते हैं, तो उनसे फीस मांगी जाती है. अभिभावकों का कहना है कि स्कूल की तरफ से फीस में किसी तरह की राहत नहीं दी गई. अगर दी भी गई तो सिर्फ बस फीस में.
मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की जबलपुर बेंच ने बीते दिनों प्राइवेट स्कूलों की फीस वसूली की मनमानी को लेकर सुनवाई की थी. मामले में सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने कहा था कि कोरोना संकट के चलते प्राइवेट स्कूल बंद हैं. इसलिए वे अभिभावकों से सिर्फ ट्यूशन फीस ही ले सकेंगे.
हाईकोर्ट के आदेश के बाद शिवराज सरकार ने भी आदेश देते हुए सिर्फ ट्यूशन फीस ही वसूलने को कहा था. नियमों का पालन हो सके, इसके लिए सभी जिलों के कलेक्टरों को भी आदेश दिए गए थें. लेकिन फिर भी कुछ प्राइवेट स्कूल मनमानी कर रहे हैं.