BhopalBusinessFEATUREDGeneralGwalior newsIndoreJabalpurLatestMadhya PradeshNationalNews

23 अक्टूबर को रीवा में रीजनल इंडस्ट्री कनफ्लिक्ट का आयोजन, CM की उपस्थिति में युवाओं के लिए बनेंगे रोजगार के अवसर…

भोपाल : मध्य प्रदेश इन दोनों विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। सभी जिलों में इसके कार्य देखने को मिल रहे हैं। इसी कड़ी में रीवा जिले के लोगों को भी काफी सारी सौगात दिवाली से पहले मिलने वाली है। जिनमें से एक एयरपोर्ट का उद्घाटन भी शामिल है, जो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 21 अक्टूबर को वर्चुअल किया जाएगा। इसके लिए तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा लगातार कार्यों की समीक्षा भी की जा रही है। सुरक्षा की दृष्टि से कड़े इंतजाम किए गए हैं। वहीं, 23 अक्टूबर को जिले में रीजनल इंडस्ट्री कनफ्लिक्ट का आयोजन किया जाएगा। जिसमें बड़ी-बड़ी कंपनियां निवेश करेगी। इससे रोजगार के नए अवसर युवाओं को मिलेंगे, जिससे बेरोजगारी दूर होगी।

23 अक्टूबर को होगा आयोजन

बता दें कि इससे पहले भी इस तरह के आयोजन अन्य जिलों में किया जा चुके हैं। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे। उनके अलावा, कैबिनेट के कुछ मंत्री भी इस इवेंट में हिस्सा लेने वाले हैं। इसलिए 23 अक्टूबर का दिन रीवा के लोगों के लिए काफी बड़ा होने वाला है।

कलेक्टर ने दी जानकारी

इसकी जानकारी कलेक्टर प्रतिभा पाल ने दी है। उन्होंने बताया कि इस कॉन्क्लेव में तीन बिंदुओं पर मेन फोकस किया जा रहा है। जिनमें पहले निवेश और औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना है। इसके लिए उन्हें जमीन की जरूरत पड़ेगी, ताकि वहां सेंटर्स खोले जा सके। ऐसे में प्रशासन द्वारा उपयोगी जमीन को चिन्हित किया जा रहा है। जिसे लेकर तैयारियां चल रही है। इसके अलावा, लोगों की समस्याओं को सुनना उनकी तीसरी प्राथमिकता होगी। इसके बाद समस्या का निराकरण कर रोजगार की दिशा में आगे बढ़ना आसान हो जाएगा।

तैयारियां हुई तेज

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसरा, इस इवेंट में बहुत से लोगों के शामिल होने की संभावनाएं जताई जा रही है। इसके अलावा कलेक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि बड़े-बड़े उद्योगपतियों को इंवेट में शामिल होने के लिए आमंत्रण भेजा जा रहा है। इसके अलावा, इवेंट स्थल पर सुरक्षा के खड़े इंतजाम और व्यवस्थाएं की जा रही है, ताकि 23 अक्टूबर कोई परेशानी या समस्या ना हो। स्वयं कलेक्टर द्वारा लगातार निरीक्षण किया जा रहा है। साथ ही संबंधित अधिकारियों को उचित दिशा-निर्देश भी दिए जा रहे हैं।