राजगढ़ : माफियाओं के हौसले बुलंद, अवैध खनन रोकने गई टीम को 25 लोगों ने घेरा, SDM पर किया हमला…
भोपाल : मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले से एक बड़ी खबर आ रही है। जहाँ करणवास थाना क्षेत्र अंतर्गत दूधी नदी पर अवैध खनन रोकने गई ब्यावरा SDM और नायब तहसीलदार पर खनन माफियाओं ने हमला कर दिया। ब्यावरा देहात और करणवास पुलिस की मौजूदगी के बावजूद खनन कर रहे पोकलैंड, ट्रेक्टर लेकर खनन माफिया दबंगई दिखाते हुए फरार हो गए। घटना के दौरान खनन माफिया ने पत्थरों-डंडों से हमला कर दिया। जिसमें नायब तहसीलदार बाल-बाल बच गई।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि बुधवार को NH-3 पर दूधी नदी में हो रहे अवैध उत्खनन रोकने गईं ब्यावरा एसडीएम गीतांजलि शर्मा की टीम पर खनन माफिया के 20-30 लोगों ने पत्थरों-डंडों से हमला कर दिया। इस दौरान 3 थानों की पुलिस टीम हमलावरों को पकड़ने की हिम्मत नहीं जुटा सकी। वहीं हमले में नायब तहसीलदार सपना झिलोरिया बाल-बाल बच गई। हमले के बाद एसडीएम के साथ मौजूद 3 थानों की पुलिस टीम की मौजूदगी में हमलावर करीब 300 मीटर की दूरी पर खड़े रहे। टीम अवैध उत्खनन में लगी पोकलेंड और ट्रैक्टर-ट्रॉली जब्त नहीं कर पाई। एसडीएम ब्यावरा गीतांजलि शर्मा का कहना है कि पुलिस से हमला करने वालों की पहचान करने के लिए कहा है। अवैध उत्खनन पर प्रशासन सख्त है।
माफिया ने लहराया तमंचा
बता दें कि हमले के बाद खनन करने वाला दूधी गांव का पूर्व सरपंच संतोष कंजर एसडीएम से चर्चा करने आया। इस दौरान 20 मिनट की चर्चा के बाद टीम संतोष को लेकर करणवास थाने के लिए रवाना हुई तो माफिया के लोगों ने बाइक से पीछा करने लगे। चार बाइक पर सवार लोग मोबाइल से वीडियोग्राफी करते रहे। इन्हें रोका गया तो इनमें से एक ने तमंचा निकालकर लहरा दिया।
राजगढ़ में पार्वती और नेवज नदियों पर खनन के साथ ही जिले भर में निजी और सरकारी जमीनों पर अवैध खनन किया जा रहा है। ज्यादातर स्थानों पर प्रशासन अवैध खनन रोकने में नाकामयाब रहा। बड़े नेताओं पर संरक्षण के आरोप लग रहे है वर्तमान में ब्यावरा सबडिवीजन में सुठालिया के समीप पार्वती नदी में सेमलापार, टोड़ी, नरसिंहगढ़ में शिवपुरा, तरेनी, सुंडी, बरोड़ी इलाके में धड़ल्ले से खनन किया जा रहा है। वहीं पचोर तहसील क्षेत्र के चोमा गांव से नेवज नदी से खनन करते हुए दो दिन पहले एक जेसीबी प्रशासन ने जब्त की, बावजूद इसके खनन कारोबार नहीं थम रहा है। वहीं सारंगपुर के सादनखेड़ी में रेशमकेंद्र की शासकीय भूमि से खनन माफिया रोज खनन कर रहे है।