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प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से सातवीं बार देश को किया संबोधित, जानें संबोधन की मुख्य बातें

नई दिल्ली। देश के 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया। पीएम मोदी ने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए बतौर प्रधानमंत्री सातवीं बार लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आजादी के पीछे लाखों बेटे-बेटियों का त्याग और बलिदान है। आजादी का पर्व नए संकल्पों के लिए ऊर्जा का अवसर है।


प्रधानमंत्री मोदी ने संबोधन में बिना नाम लिए चीन पर भी निशाना साधते हुए कहा कि विस्तारवाद की सोच ने विस्तार के बहुत प्रयास किए। पीएम मोदी ने कहा कि विस्तारवाद की सोच ने सिर्फ कुछ देशों को गुलाम बनाकर ही नहीं छोड़ा, बात वही पर खत्म नहीं हुई। भीषण युद्धों और भयानकता के बीच भी भारत ने आजादी की जंग में कमी और नमी नहीं आने दी।

संबोधन की बड़ी बातें
-आजादी का पर्व नए संकल्पों के लिए उर्जा का अवसर।

  • विस्तारवाद की सोच ने विस्तार के बहुत प्रयास किए।
  • विस्तारवाद की सोच ने सिर्फ कुछ देशों को गुलाम बनाकर ही नहीं छोड़ा, बात वहीं पर खत्म नहीं हुई।
  • भीषण युद्धों और भयानकता के बीच भी भारत ने आजादी की जंग में कमी और नमी नहीं आने दी।
  • भारत जैसे देश के लिए आत्मनिर्भर बनना अनिवार्य।
  • कब तक कच्चा माल दुनिया में भेजते रहेंगे।
  • चुनौतियां हैं तो देश के पास समाधान की शक्ति भी है।
  • विदेशी निवेश (एफडीआई) ने देश में अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए।
  • हमें मेक इन इंडिया के साथ-साथ मेक फॉर वर्ल्ड मंत्र के साथ आगे बढ़ना है।
  • आधुनिक भारत के निर्माण में शिक्षा का अहम रोल।
  • जड़ों से जुड़े ग्लोबल सिटीजन पैदा करेगी नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति।
  • कुछ महीने पहले तक N-95 मास्क, पीपीई किट, वेंटिलेटर ये सब हम विदेशों से मंगाते थे। आज इन सभी में भारत, न सिर्फ अपनी जरूरतें खुद पूरी कर रहा है।
  • पीएम मोदी ने नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन का ऐलान किया।
  • भारत में कोरोना की तीन वैक्सीन पर काम चल रहा. वैज्ञानिकों से हरी झंडी मिलने का इंतजार है।
  • भारत की संप्रभुता की रक्षा के लिए पूरा देश एक. चुनौती देने वालों को उसी की भाषा में जवाब दिया। हम क्या कर सकते हैं लद्दाख में दुनिया ने देख लिया है।