आंगनबाड़ी में अंडे दिए जाने के बयान पर सियासत:मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा- बच्चों को दूध पिलाया जाएगा, मंत्री इमरती ने 10 दिन पहले कहा था- बच्चों को अंडा देंगे; कांग्रेस ने पूछा था- क्या धर्म भ्रष्ट नहीं होगा?
भोपाल। मध्य प्रदेश में आंगनबाड़ी केंद्रों में अंडा वितरण को लेकर मामला गर्म होता जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को साफ किया कि प्रदेश में आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों को दूध पिलाया जाएगा। हालांकि शिवराज सरकार में महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने हफ्तेभर पहले आंगनबाड़ी केंद्रों में अंडे बांटे जाने की बात कही थी। साथ ही कहा था कि जो बच्चे अंडे नहीं लेंगे, उन्हें फल और दूध दिया जाएगा। इस पर कांग्रेस ने भाजपा सरकार की नीति और नीयत को लेकर सवाल किए थे। कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी का कहना था कि शिवराजजी जब कांग्रेस पार्टी की सरकार में अंडे की बात होती थी तो इसे मांसाहार बताते थे, धर्म भ्रष्ट बताते थे, भ्रष्टाचार बताते थे। अब मुख्यमंत्री जी बताएं कि क्या भ्रष्टाचार खत्म हो गया या धर्म भ्रष्ट होना बंद हो गया।
दरअसल, अंडा बांटने का फैसला कांग्रेस की कमलनाथ सरकार में लिया गया था और तब इमरती देवी ही महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री थीं। उस वक्त ये तय हुआ था कि जो बच्चे अंडा नहीं लेंगे, उन्हें फल का वितरण किया जाएगा। इसका भाजपा ने जमकर विरोध किया था। सरकार बदली तो सिंधिया समर्थक मंत्री इमरती देवी भी भाजपा में आ गईं और वही विभाग इन्हें शिवराज सरकार में भी मिल गया। इसके बाद भी मंत्री का सुर नहीं बदला और वह आंगनबाड़ी केंद्रों में अंडा बांटने के बयान देती रहीं।
शिवराज ने दूध देने की बात कहकर लगाया चर्चा पर विराम
भोपाल में एक कार्यक्रम में इमरती देवी ने कहा था कि आंगनबाड़ी केंद्रों में अंडा वितरित करने के साथ ही व्यवस्था ऑप्शनल होगी। हालांकि, मुख्यमंत्री शिवराज ने कैबिनेट की बैठक में भी आंगनबाड़ी केंद्रों में दूध वितरित करने के निर्देश दिए थे। चौहान ने अब यह बयान देकर इस तरह की चर्चा पर विराम लगा दिया है।
बच्चों को क्या देना है, ये तय कर लो
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सैयद जफर ने कहा कि शिवराज सिंह पहले भी कुपोषण को लेकर चर्चा में रहे हैं। आज फिर हैं क्योंकि आप बच्चों को क्या देना, क्या नहीं, यही तय नहीं कर पा रहे हैं। कभी मंत्री कहती हैं- अंडा देना है। आप कहते हो दूध देना है। देना क्या है बच्चों को, ये तय कर लो। प्रदेश में कुपोषण की स्थिति लगातार बिगड़ रही है। बच्चे जान से जा रहे हैं। चुनाव होते रहेंगे लेकिन बच्चे कुपोषित ना हों, ऐसी व्यवस्था कर दीजिए। मध्य प्रदेश में कुपोषण को दूर करने की जरूरत है। देश में मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा 42.8 प्रतिशत अर्थात 48 लाख बच्चे कुपोषण का शिकार हैं। प्रदेश के 68.9 प्रतिशत बच्चे खून की कमी के शिकार हैं।
मोदी के जन्मदिन को गरीब कल्याण सप्ताह के रूप में मनाएंगे: सीएम
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश में 16 सितंबर से 23 सितंबर तक गरीब कल्याण सप्ताह में मंत्रियों को जन कल्याण के कार्यक्रमों में सहभागिता करने को कहा है। यह कार्यक्रम निरंतर 8 दिन राज्य और जिला स्तर पर होंगे। फेसबुक, ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से इन कार्यक्रमों से लाखों लोग जुड़ेंगे। मुख्यमंत्री ने इन कार्यक्रमों से अधिकाधिक लोगों को जोड़ने के निर्देश सभी विभागों को दिए हैं।
मोदी व्यक्ति नहीं संस्था हैं: सीएम
मुख्यमंत्री चौहान ने मंत्रिपरिषद की बैठक प्रारंभ होने के पूर्व मंत्रियों से चर्चा करते हुए कहा कि 17 सितम्बर को प्रधानमंत्री मोदी का जन्मदिवस है। वह एक व्यक्ति नहीं संस्था हैं। उनके ह्रदय में बचपन निर्धनों के प्रति करूणा का भाव रहा है। उनके बाल्यकाल से साहस के वृतांत जानने को मिलते रहते हैं। नरेंद्र मोदीजी ने स्वामी विवेकानंद का साहित्य पढ़ा और समाजसेवा के लिए जीवन अर्पित किया है। वे जिस भी संगठन से जुड़े उसे गतिशील बनाया।