फ़िल्मी स्टाइल में एनकाउंटर करके पुलिस ने 30 हजार का इनामी बदमाश दबोचा
फिल्मों में अक्सर देखा जाता है कि पुलिस बदमाश को पकड़ने के लिए उसकी चारों तरफ से घेराबंदी करती है और आखिरकार मुठभेड़ के बाद उसे पकड़ने में सफल हो जाती है. इस दौरान जमकर गोलीबारी होती है और कई लोग घायल होते हैं. ऐसा ही कुछ नजारा भिंड में हकीकत में देखने को मिला, जहां जिले की पुलिस ने 30 हजार के इनामी बदमाश को मुठभेड़ के बाद दबोच लिया. इस एनकाउंटर में बदमाश के पैर में गोली लगी है, वहीं एक एसआई भी घायल हुए हैं. एसपी, एसडीओपी समेत भारी पुलिस बल देर रात तक मौके पर मौजूद रहा.
क्या है मामला
दरअसल पुलिस को सूचना मिली थी कि 30 हजार रुपए का इनामी बदमाश शैतान सिंह उर्फ अंकित भदौरिया किसी वारदात के लिए निकला है. पुलिस को लंबे समय से शैतान सिंह की तलाश थी. पुलिस को शैतान सिंह की लोकेशन मालनपुर के आसपास मिली. जिसके बाद साइबर सेल के एसआई शिव प्रताप सिंह और रौन थाना प्रभारी उदयभान सिंह यादव अपनी टीम के साथ कुख्यात अपराधी को पकड़ने निकल गए.
थाना प्रभारी उदयभान सिंह यादव ने मालनपुर के थाना प्रभारी विनोद कुशवाहा को भी फोन के माध्यम से इसकी सूचना दे दी. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी की घेराबंदी शुरू कर दी. इस बीच शैतान सिंह को पुलिस द्वारा पीछा किए जाने की भनक लग गई तो उसने मालनपुर से ग्वालियर भागने की योजना बनाई. लेकिन पुलिस ने पहले ही ग्वालियर जाने वाले रास्ते पर चेक प्वाइंट बना दिया. ऐसे में शैतान सिंह अपने एक साथी के साथ बाइक पर इंडस्ट्रियल एरिया में घुस गया, जहां कोर्लऑन फैक्ट्री के पास पुलिस ने बदमाश और उसके साथी को घेर लिया. जहां दोनों बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. जिसके बाद पुलिस ने भी मोर्चा संभाल लिया और दोनों तरफ से कई गोलियां चलीं.
आखिरकार पुलिस की एक गोली शैतान सिंह के पैर में लगी और वह घायल हो गया. वहीं बदमाशों की तरफ से चलाई गई एक गोली के छर्रे एसआई शिव प्रताप को भी लगे. गनीमत रही कि गोली उन्हें छूकर निकल गई. इसके बाद पुलिस ने शैतान सिंह और उसके साथी को दबोच लिया. दोनों घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
बता दें कि शैतान सिंह गोरमी इलाके के पौरसा गांव का निवासी है और अवैध शराब निर्माण के धंधे में लिप्त है. आरोपी पर आधा दर्जन अपराधिक मामले दर्ज हैं. शैतान सिंह पर दिल्ली के बसंत विहार थाने में भी दो मामले दर्ज हैं. वहीं एनकाउंटर की सूचना पर पुलिस के शीर्ष अधिकारी घटनास्थल पहुंचे और देर रात तक मौके पर मौजूद रहे.