हिमाचल में बोले पीएम मोदी मुझे ताकतवर और विकसित भारत बनाने के लिए आपका आशीर्वाद चाहिए…
नई दिल्ली : देश का लोकसभा चुनाव अब अपने अंतिम दौर में यानि सातवें चरण में पहुंच गया है, प्रचार के अंतिम पड़ाव पर देश की राजनीतिक पार्टियों के नेता अब पूरा जोर लगा रहे हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी क्रम में आज हिमाचल प्रदेश के दौरे पर हैं, वे शिमला पहुंचे और उन्होंने यहाँ देश को ताकतवर और विकसित बनाने के लिए जनता से वोट मांगे, प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस और इंडी गठबंधन पर हमला करते हुए कहा कि इन लोगों में तीन बातें कॉमन हैं ये घोर साम्प्रदायिक हैं, ये घोर जातिवादी हैं, ये घोर परिवारवादी हैं।
समय बदला है, लेकिन मोदी नहीं बदला है, मेरा हिमाचल से वही पुराना रिश्ता है
प्रधानमंत्री शिमला पहुंचे तो उन्होंने कहा मेरे लिए न नाहन नया है और न ही सिरमौर नया है, लेकिन मुझे कहना पड़ेगा कि आज का माहौल नया है। जब देश मोदी को जानता नहीं था, तब भी आप लोगों ने मुझे आशीर्वाद और प्यार देने में कोई कमी नहीं रखी। समय बदला है, लेकिन मोदी नहीं बदला है। मोदी का हिमाचल से वही पुराना रिश्ता है, मैं एक बार फिर आपसे आशीर्वाद मांगने आया हूँ लेकिन मुझे ये आशीर्वाद मेरे लिए नहीं चाहिए, मेरे परिवार, मेरी जात-बिरादरी के लिए नहीं चाहिए। मुझे आशीर्वाद चाहिए, ताकतवर भारत बनाने के लिए, विकसित भारत बनाने के लिए, विकसित हिमाचल के लिए।
मोदी आपके लिए जान की बाजी लगा देगा,आप पर कभी संकट नहीं आने देगा
मोदी ने कहा- हिमाचल प्रदेश सीमा से सटा हुआ राज्य है। हिमाचल के लोग एक मजबूत और ताकतवर सरकार का मतलब जानते हैं। मोदी आपके लिए जान की बाजी लगा देगा, लेकिन आप पर कभी संकट नहीं आने देगा।आपने कांग्रेस का दौर देखा है। जब एक कमजोर सरकार देश में हुआ करती थी। उस समय पाकिस्तान हमारे सिर पर चढ़कर नाचता था। कांग्रेस की कमजोर सरकार दुनिया में गुहार लगाती फिरती थी। लेकिन मोदी ने कहा कि भारत अब दुनिया से भीख नहीं मांगेगा, भारत अपनी लड़ाई खुद लड़ेगा, हमने पहले भी घर में घुसकर मारा है फिर घर में घुसकर मारेंगे।
हिमाचल की बर्फीली पहाड़ियों ने मुझे ठन्डे दिमाग से काम करना भी सिखाया है
मोदी ने कहा – हिमाचल के ऊंचे पहाड़ों ने मुझे अपना हौसला बुलंद रखना सिखाया है। हिमाचल की बर्फीली पहाड़ियों ने मुझे ठन्डे दिमाग से काम करना भी सिखाया है, पहाड़ों ने मुझे अपना सिर गर्व से ऊंचा रखना सिखाया है इसलिए मैं मां भारती का अपमान नहीं सह सकता। लेकिन कांग्रेस, मां भारती के अपमान से भी बाज नहीं आती। कांग्रेस को भारत माता की जय कहने से दिक्कत है, कांग्रेस को वंदे मातरम् कहने से दिक्कत है। ऐसी कांग्रेस कभी हिमाचल का भला नहीं कर सकती। जब बॉर्डर स्टेट में सड़क बनाने की बात आती थी, तो कांग्रेस के हाथ-पांव फूल जाते थे। कांग्रेस डर जाती थी कि अगर सड़क बनाई तो उसी सड़क से दुश्मन भीतर आ जाएगा। ऐसी डरपोक सोच मोदी के मिजाज के साथ मेल नहीं खाती।
कांग्रेस और इंडी गठबंधन स्वार्थी है, अवसरवादी है
उन्होंने कहा कि एक तरफ मोदी की गारंटी है और दूसरी तरफ कांग्रेस का बर्बादी का मॉडल। सत्ता पाने के लिए कांग्रेस ने हिमाचल के लोगों से खूब झूठ बोला। इन्होंने कहा कि पहली कैबिनेट में ये होगा, वो होगा। लेकिन पहली कैबिनेट में कुछ भी नहीं हुआ, बल्कि कैबिनेट ही टूट-फूट गई। दिल्ली के जिस शाही परिवार ने हिमाचल को ये धोखा दिया, उसने फिर मुड़कर यहां अपनी शक्ल नहीं दिखाई है। कांग्रेस और इंडी गठबंधन स्वार्थी है, अवसरवादी है। इनमें तीन बातें कॉमन हैं ये घोर सांप्रदायिक हैं, ये घोर जातिवादी हैं, ये घोर परिवारवादी हैं।
सामान्य वर्ग में भी गरीब हैं, 60 साल तक कांग्रेस ने नहीं सोचा
प्रधानमंत्री ने कहा कि 60 वर्ष तक कांग्रेस ने सोचा ही नहीं कि सामान्य वर्ग में भी गरीब होते हैं। उनको भी आरक्षण की जरूरत है, कांग्रेस ने इन समाज के बारे में कभी सोचा ही नहीं। मोदी ने आकर सामान्य वर्ग के गरीब लोगों के लिए 10% आरक्षण किया और इस देश में कोई झगड़ा नहीं हुआ। इसके कारण आज हमारे समाज के लोगों को अलग-अलग स्थान पर अवसर मिल रहा है। कांग्रेस ने हमारे गिरिपार के हाटी समुदाय को भी आरक्षण नहीं दिया था। ये सारे काम मोदी ने आपका कर्ज उतारने के लिए किए हैं।
इनका सबसे सगा अगर कोई है, तो वो है इनका वोटबैंक
मोदी ने कहा कि इंडी गठबंधन की साजिश का ताजा उदाहरण पश्चिम बंगाल में सामने आया है। 2 दिन पहले ही वहां कोलकाता उच्च न्यायालय ने कई मुस्लिम जातियों के आरक्षण को खत्म कर दिया। मुसलमानों की कई जातियों को इंडी गठबंधन वालों ने ओबीसी बना दिया था और ओबीसी का हक उनको दे दिया था। ऐसा करके इंडी गठबंधन ने ओबीसी के हक पर डाका डाला और संविधान की धज्जियां उड़ा दी। अब कोलकाता हाईकोर्ट के फैसले के बाद इंडी गठबंधन वाले बौखलाए हुए हैं। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तो सीधे-सीधे कोर्ट के फैसले को मानने से भी इंकार कर रही हैं। इनके लिए संविधान और अदालतें कोई मायने नहीं रखती। इनका सबसे सगा अगर कोई है, तो वो इनका वोटबैंक है।