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पीएम मोदी ने भरा नामांकन, माँ गंगा और काल भैरव का आशीर्वाद लिया, कहा ‘जनता जनार्दन के कल्याण में जुटा रहूँगा’

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वाराणसी लोकसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल किया। नामांकन भरने के बाद उन्होंने कहा कि ‘काशी के मेरे परिवारजनों का हृदय से आभार! वाराणसी से लगातार तीसरी बार नामांकन कर बेहद उत्साहित हूं। बीते 10 वर्षों में आप सबसे जो अद्भुत स्नेह और आशीर्वाद मिला है, उसने मुझे निरंतर सेवाभाव और पूरे संकल्प के साथ काम करने के लिए प्रेरित किया है। आपके भरपूर समर्थन और सहभागिता से मैं अपने तीसरे टर्म में भी नई ऊर्जा-शक्ति के साथ यहां के चौतरफा विकास और जनता-जनार्दन के कल्याण में जुटा रहूंगा।’

माँ गंगा का आशीर्वाद लिया, काल भैरव मंदिर में की पूजा 

मंगलवार सुबह पीएम मोदी ने सबसे पहले दशाश्वमेध घाट पहुँचकर माँ गंगा की पूजा अर्चना की। इसे लेकर अपनी भावनाएँ व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि ‘काशी में मां गंगा के चरणों में वंदन के साथ आज मेरे दिन का शुभारंभ हुआ। उनके दर्शन और पूजन से बड़ा सौभाग्य मेरे लिए और क्या हो सकता है! मां गंगा से मैंने अपने काशीवासियों के साथ ही देशभर के परिवारजनों के लिए सुख-समृद्धि और आरोग्य की कामना की।’ इसके बाद वे ‘काशी के कोतवाल’ श्री काल भैरव मंदिर पहुँचे और वहा दर्शन-पूजन कर उनका आशीर्वाद लिया।

कलेक्ट्रेट पहुँचकर नामांकन भरा

इसके बाद वे वाराणसी कलेक्ट्रेट पहुँचे और अपना नामांकन दाखिल किया। इस मौक़े पर उनके साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्‌डा, महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे समेत कई नेताओं मौजूद रहे। कलेक्ट्रेट में निर्वाचन अधिकारी वाराणसी के जिलाधिकारी एस. राजलिंगम के ज़िम्मे है और प्रधानमंत्री ने उन्हें नमस्कार कर अपना हलफ़नामा और आवश्यक दस्तावेज़ सौंपे।

बीजेपी का रिकॉर्ड मतों से जीत का दावा

प्रधानमंत्री मोदी के चार प्रस्तावक बने। इनमें पंडित गणेश्वर शास्त्री ब्राह्मण समाज से हैं और उन्होंने ही अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त निकाला था। दूसरा नाम बैजनाथ पटेल का है जो ओबीसी वर्ग है से हैं और संघ के पुराने समर्पित कार्यकर्ता हैं। तीसरे प्रस्तावक लालचंद कुशवाहा भी ओबीसी वर्ग से हैं और चौथा नाम संजय सोनकर का है जो दलित समाज से हैं। पीएम मोदी ने गंगा सप्तमी के दिन पुष्य नक्षत्र में अपना नामांकन दाखिल किया। वाराणसी में 1 जून को मतदान होगा। ये बीजेपी का गढ़ माना जाता है। 1991 के बाद सिर्फ एक बार ही कांग्रेस यहाँ से जीत हासिल कर पाई है। 2009 के बाद से लगातार बीजेपी यहाँ से जीतती आई है। बीजेपी का दावा है कि वो इस बार रिकॉर्ड मतों से यहाँ जीत हासिल करेगी।