BhopalMadhya Pradesh

पाइपलाइन फूटने से भोपाल की 10 लाख आबादी पर पानी का संकट मंडराया

भोपाल। भोपाल की सबसे बड़ी पाइपलाइन फूटने से राजधानी की 10 लाख आबादी पर पानी का संकट मंडरा रहा है। हालांकि 24 घंटे से जारी मरम्मत का काम करीब-करीब पूरा होने का दावा किया जा रहा है। निगम का दावा- बुधवार रात 12 बजे तक पानी की सप्लाई शुरू कर देंगे। नर्मदा पाइपलाइन के लीकेज को ढूंढने के लिए नगर निगम को बुधवार को पोकलेन मशीन लगानी पड़ी थी। मंगलवार को रात 9 बजे से लीकेज ढूंढने का अभियान शुरू हुआ था। 24 घंटे बाद नगर निगम को इसमें सफलता मिली।

निगम अमला रात 9 बजे से बागसेवनिया थाने के ठीक सामने बीआरटीएस के साइकिल ट्रैक पर लीकेज को तलाश रहा है। माना जा रहा था कि अगर बुधवार को भी पाइपलाइन दुरुस्त नहीं हो पाई तो गुरुवार को भोपाल की 10 लाख आबादी के सामने पीने के पानी का संकट होगा। नगर निगम पीएचई के अधीक्षण यंत्री एआर पवार ने कहा कि पाइपलाइन की बेल्डिंग का काम जारी है, हम रात को 11 से 12 बजे तक पानी की सप्लाई चालू कर देंगे। 11 बजे हमारा अहमदपुर का पंप चालू कर दिया जाएगा।

लीकेज का पता नहीं चला तो पोकलेन लगाई

नर्मदा पाइप लाइन मंगलवार रात 7.45 बजे फूट गई थी। इसे दुरुस्त करने के लिए 4 जेसीबी और एक पत्थर तोड़ने वाली मशीन लगाई गई। उसके बाद भी पाइप को नहीं उखाड़ा जा सका है। ना लीकेज का पता चल पाया। बुधवार दोपहर 12 बजे जब निगम की टीम को सफलता नहीं मिली तो 2:30 बजे नगर निगम ने पोकलेन मशीन मंगवाई। जिसने 2 घंटे के ब्रेक के बाद नर्मदा पाइपलाइन की खुदाई शुरू की।

पाइप लाइन उखाड़ने पर पता चलेगा- कहां-कहां लीकेज है

विभागीय अधिकारियों की मानें तो पाइप लाइन को पूरा उखाड़ना होगा, ताकि देखा जा सके कि लीकेज कहां-कहां है। पोकलेन की खुदाई से टेलीफोन लाइंस और दूसरी अन्य अंडर ग्राउंड लाइन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं और टूटकर अलग हो गईं। फोन कंपनियों के कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे और टूट-फूट को दुरुस्त करने में जुटे। रात को साइट के कर्मचारियों को ये पक्का नहीं हो पा रहा था कि नर्मदा पाइपलाइन फूटी है या लोकल सप्लाई लाइन टूटी है।

10 साल पहले डाली गई थी नर्मदा लाइन

नगर निगम के साइट इंजीनियर विजय गुप्ता ने बताया कि बागसेवनिया थाने के ठीक सामने 1100 एमएम की नर्मदा पाइपलाइन 10 साल पहले 2010 में डाली गई थी। उस समय ये सिंगल रोड थी। इसका लेवल ऊपर था, लेकिन जैसे-जैसे रोड की चौड़ाई बढ़ी तो लेवल भी ऊपर आता गया और पाइपलाइन नीचे होती गई। इस वजह से पाइप लाइन की खुदाई में परेशानी आई और लीकेज का पता नहीं चल पाया।

10 फीट तक खोदने के बाद मिला लीकेज

साइकिल ट्रैक पर 7 फीट तक खुदाई करने के बाद नर्मदा पाइपलाइन मिली। इसकी खुदाई के लिए पहले हैमर मशीन से साइकिल ट्रैक को तोड़ा गया, इसके बाद जेसीबी मशीनों से खुदाई की गई, लेकिन पाइपलाइन 10 फीट से ज्यादा खोदने के बाद मिल सकी।

पाइप को खाली करने के लिए छह पंप लगाए

लीकेज को तलाशने के लिए नर्मदा पाइप लाइन को पूरी तरह से खाली करना पड़ेगा। इसके लिए नगर निगम ने छह पंपिंग मशीनें लगाई हैं ताकि लीकेज जल्द पकड़ में आ जाए। सुबह से पंप लगातार ठहरे पानी को बाहर फेंक रहे हैं। पाइप लाइन का डैमेज कंट्रोल आज संभव होना मुश्किल दिख रहा है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो गुरुवार को भी पानी की सप्लाई प्रभावित रहेगी।

इन इलाकों में पानी की किल्लत….

नर्मदा पाइपलाइन फूटने से शहर की 50 फीसदी से ज्यादा आबादी प्रभावित हुई है। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि हमारे पास वैकल्पिक व्यवस्था है, जहां पर भी पानी की मांग थी, हमने टैंकर से पानी भेजा है। प्रभावित इलाकों में नारियल खेड़ा, टीला जमालपुरा, मानव संग्रहालय के आसपास का क्षेत्र, जहांगीराबाद, बरखेड़ी, बैंक कॉलोनी, वसुंधरा कॉलोनी, एमपी नगर, शिवाजी नगर, अरेरा हिल्स, राजीव नगर, अर्जुन नगर, सीआई कॉलोनी, पुल बोगदा, न्यू सुभाष नगर, अफजल कॉलोनी, मोमिनपुरा क्षेत्र, बाल विहार, अशोका गार्डन, राजेन्द्र नगर, सेमरा, चांदबड़, नवीन नगर, डी ग्राउंड हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, जनता क्वार्टर्स, शहंशाह गार्डन, गौतम नगर, रचना नगर, कस्तूरबा नगर, अशोका गार्डन, अशोक बिहार, सेक्टर ए,बी एवं अभिरूचि परिसर, पद्भनाभ नगर शामिल है।


इसके साथ विकास नगर, ओल्ड सुभाष नगर, गोविंद गार्डन, अन्ना नगर क्षेत्र, बावड़ियाकलां, मिसरोद, रोहित नगर, इंडस टाउन, सुरेन्द्र पैलेस, नारायण नगर, आरआरएल। बरकतउल्ला विवि, सेंचुरी अपार्टमेंट, साकेत नगर 9-ए 9-बी, अरविंद बिहार, बागमुगालिया एक्सटेंशन, लहारपुर क्षेत्र, पिपलिया पेंदे खां, बरखेड़ा पठानी, आजाद नगर, शक्ति बिहार, समन्वय नगर, अवधपुरी, खजूरीकलां, न्यू शिवनगर, अलकापुरी, साकेत नगर ए,बी,सी सेक्टर, आनंद नगर, कोकता ट्रांसपोर्ट नगर, बिजली कॉलोनी, गादियापुरा, जेपी कॉलोनी, अशोक विहार, मानव विहार, बाल विहार, सूर्या कालोनी, रत्नागिरी, 50 क्वाटर्स, 60 क्वार्टर्स, 100 क्वार्टर्स, सोनागिरी-ए,बी,सी सेक्टर, प्रकाश नगर, इंद्रपुरी ए,बी,सी सेक्टर, सतनामी नगर, राजीव नगर, अर्जुन नगर, भारत नगर, जेके रोड, नरेला शंकरी समेत आसपास के इलाके में सप्लाई प्रभावित हुई।